RBSE Class 11 Home Science Important Questions Chapter 16 वित्तीय प्रबन्धन एवं योजना
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RBSE Class 11 Home Science Important Questions Chapter 16 वित्तीय प्रबन्धन एवं योजना
1. बिना धन व्यय किए प्राप्त आय को कहते हैं
(अ) प्रत्यक्ष वास्तविक आय
(ब) अप्रत्यक्ष वास्तविक आय
(स) ज्ञान व कार्यकुशलता के कारण प्राप्त आय
(द) मानसिक आय
उत्तर:
(अ) प्रत्यक्ष वास्तविक आय
2. मौद्रिक एवं वास्तविक आय द्वारा प्राप्त अनुभवों से जो संतुष्टि मिलती है, उसे कहते हैं
(अ) मौद्रिक आय
(ब) वास्तविक आय
(स) मानसिक आय
(द) उपर्युक्त में कोई नहीं
उत्तर:
(स) मानसिक आय
3. एक स्थगित भुगतान की प्रक्रिया है
(अ) बचत
(ब) निवेश
(स) म्युचुअल फंड
(द) साख
उत्तर:
(द) साख
4. वित्तीय प्रबंधन का घटक है
(अ) वित्तीय नियोजन
(ब) वित्तीय नियंत्रण
(स) मूल्यांकन
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(द) उपर्युक्त सभी
5. निम्न में अप्रत्यक्ष वास्तविक आय है
(अ) महिलाओं द्वारा भोजन पकाना
(ब) घरेलू बागवानी
(स) सामुदायिक सेवाएँ, जैसे उद्यान
(द) व्यक्ति की योग्यता व कौशल से प्राप्त वस्तुएँ व सेवाएँ
उत्तर:
(द) व्यक्ति की योग्यता व कौशल से प्राप्त वस्तुएँ व सेवाएँ
6. धन के उपयोग के लिए बजट है
(अ) नियोजन का एक आम तरीका
(ब) प्रबंधकीय प्रक्रिया का प्रथम चरण
(स) भावी व्यय की एक योजना
(द) उपर्युक्त सभी
उत्तर:
(द) उपर्युक्त सभी
7. बजट बनाने का पांचवां (अन्तिम) चरण है
(अ) आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं की सूची तैयार करना
(ब) योजनाओं की जाँच करना
(स) मदों की लागत का अनुमान लगाना
(द) कुल संभावित आय का अनुमान लगाना
उत्तर:
(ब) योजनाओं की जाँच करना
8. वित्तीय प्रबंधन का अन्तिम घटक है
(अ) बजट बनाना
(ब) मूल्यांकन
(स) समायोजन
(द) नियंत्रण
उत्तर:
(ब) मूल्यांकन
9. निवेश का तात्पर्य है
(अ) बचत करना
(ब) ऋण लेना
(स) अधिक उत्पादन के लिए धन का उपयोग करना
(द) दान देना
उत्तर:
(स) अधिक उत्पादन के लिए धन का उपयोग करना
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
1. एक निश्चित समय में परिवार को उपलब्ध सभी प्रकार की आय का उपयोग करने की योजना बनाना, नियंत्रण एवं मूल्यांकन . कहलाता है।
2. बजट शब्द का इस्तेमाल प्रायः वित्तीय प्रबंधन के . चरण के लिए किया जाता है।
3. प्रबंधन से अभिप्राय है जो आप पाना चाहते हैं, उसे प्राप्त करने के लिए जो आपके संसाधन हैं, उनका
4. . आय का तात्पर्य सभी प्रकार की आय तथा एक निश्चित अवधि में सभी पारिवारिक सदस्यों की सभी स्रोतों से प्राप्त आय के कुल योग से है।
5. . ऐसी चीज है जो सामान्यतया वस्तुओं के बदले में स्वीकार्य होती है तथा जिसके संदर्भ में अन्य वस्तुओं का मूल्य निर्धारित किया जाता है।
6. . आय एक निश्चित अवधि के भीतर मानवीय आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए उपलब्ध वस्तुओं एवं सेवाओं का प्रवाह है।
7. . आय वह संतोष है जो सेवाओं तथा वस्तुओं के स्वामित्व एवं उपयोग के फलस्वरूप प्राप्त होता
8. . का तात्पर्य है-अधिक उत्पादन के लिए धन का उपयोग करना।
9. . का तात्पर्य है-भविष्य में इस्तेमाल अथवा अधिक उत्पादन के लिए अपने धन के एक भाग को अलग रखना।
10. . का आशय वर्तमान में धन तथा माल अथवा सेवा प्राप्त करना और भविष्य में उनके लिए भुगतान करना है।
उत्तर:
(1) वित्त प्रबंधन
(2) नियोजन
(3) उपयोग
(4) पारिवारिक
(5) मुद्रा/धन
(6) वास्तविक
(7) मानसिक
(8) निवेश
(9) बचत
(10) साख।
निम्नलिखित में से सत्य/असत्य कथन छाँटिए
1. सभी प्रकार की आय का उपयोग करने की योजना बनाना, नियंत्रण तथा मूल्यांकन बजट कहलाता है।
2. 'बजट शब्द का इस्तेमाल प्रायः वित्तीय प्रबंधन के धन प्रबंधन और योजना नियोजन चरण के लिए किया जाता है।
3. मौद्रिक आय एक निश्चित अवधि के भीतर मानवीय आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए उपलब्ध वस्तुओं एवं सेवाओं का प्रवाह है।
4. प्रत्यक्ष मौद्रिक आय में धन का उपयोग किए बिना परिवार के सदस्यों को उपलब्ध वस्तुएँ व सेवाएँ शामिल हैं।
5. मानसिक आय को वास्तविक आय से प्राप्त संतोष के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।
6. नियंत्रण धन प्रबंधन का प्रथम चरण है।
7. धन प्रबंधन में मूल्यांकन अंतिम कदम है।
8. बचत के लिए बचत करना निरर्थक है।
9. निवेश एक स्थगित भुगतान की प्रक्रिया है।
उत्तर:
(1) असत्य
(2) सत्य
(3) असत्य
(4) सत्य
(5) सत्य
(6) असत्य
(7) सत्य
(8) सत्य
(9) असत्य।
धन की बात: विशेषज्ञ बताएंगे किस तरह किया जाए म्यूचुअल फंड में निवेश, जल्दी कराएं रजिस्ट्रेशन
23 सितंबर को शाम चार बजे अमर उजाला वेबिनार में बाजार के जानकार म्यूचुअल फंड में निवेश से जुड़े आपके सवालों के जवाब देंगे। इसमें शामिल होने के लिए आप जल्दी से रजिस्ट्रेशन करा लीजिए।
आम आदमी के जेहन में ये सवाल हमेशा उठता रहता है कि म्यूचुअल फंड में कैसे निवेश किया जाए, जिससे कि बेहतर रिटर्न मिल सके। 23 सितंबर को एडेलवाइस (Edelweiss) म्यूचुअल फंड के साथ होने वाले अमर उजाला के खास वेबिनार 'धन की बात' में विशेषज्ञ आपको इससे जुड़ी अहम जानकारियां देंगे।
23 सितंबर को शाम चार बजे से होने वाले इस वेबिनार में बाजार के जानकार इससे जुड़े निवेश पर आपके सवालों के जवाब देंगे। ‘निवेशक जागरूकता कार्यक्रम पहल‘ के तहत आम निवेशकों को जागरूक करने वाले इस वेबिनार में आप निशुल्क भाग ले सकते हैं। इसके लिए नीचे दिए गए लिंक पर जाकर, दिए गए नंबर पर मिस्ड कॉल देकर या क्यूआर कोड स्कैन कर आपको रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
जानिए धन प्रबंधन और योजना इस बेविनार के मुख्य बिंदु
- म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय किन गलतियों से बचें
- निवेश के दौरान किस तरह के ऑपरेशनल चेकलिस्ट जरूरी हैं
- म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे शुरू किया जाए
- अपने रिटायरमेंट के लिए किस तरह की योजना बनाएं
- बच्चों की शिक्षा के लिए किस तरह की वित्तीय योजना बनाएं
वेबिनार में तीन मुख्य वक्ता होंगे जो आपके सवालों के जवाब देंगे-
दीपक जैन- प्रमुख, सेल्स- रिटेल एंड इंस्टीट्यूशनल बिजनेस, एडेलवाइस एएमसी
आईसीएआई से एफसीए धारक दीपक जैन के पास 17 साल का अनुभव है। उन्होंने 2018 में एडिलवाइस एसेट मैनेजमेंट में रिटेल सेल्स प्रमुख के तौर पर ज्वाइन किया था। उन पर म्यूचुअल फंड, लिक्विड एआईएफ और पीएमएस की जिम्मेदारी है। बाद में इन्हें इंस्टीट्यूशनल सेल्स की भी जिम्मेदारी दी गई।
अशोक कुमार ठुकराल, संस्थापक- ए के ठुकराल एंड कंपनी
सीए पूरा करने के बाद अशोक ठुकराल ने अपनी प्रोफेशनल इंटर्नशिप इलाहाबाद में एस कक्कर एंड कंपनी के साथ शुरू की थी। 1987 में ये अपने गृह नगर भदोही चले गए और अपनी कंपनी, ए के ठुकराल एंड कंपनी गठित की, जिसकी अभी वाराणसी और नई दिल्ली में शाखाएं हैं। इनकी कंपनी न सिर्फ भारत बल्कि विदेशों में भी अपनी सेवाएं दे रही हैं। इन्हें बैंकिंग सेक्टर में ऑडिट, डायरेक्ट टैक्स कंसल्टेंसी व एसेसमेंट, फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट और वित्तीय प्रबंधन का गहरा अनुभव है।
शोभित गुप्ता - सह-संस्थापक, मनीगेन कंसल्टेंट्स
शोभित गुप्ता चंडीगढ़ और दिल्ली स्थित मनीगेन कंसल्टेंट्स के सह-संस्थापक हैं, जो बुटीक वेल्थ एंड इनवेस्टमेंट एडवाइजरी के क्षेत्र में काम करती है। उन्होंने आईएमआई से फाइनेंस व मार्केटिंग में एमबीए (सिल्वर मेडल विजेता) किया है। इनकी विशेषज्ञता के क्षेत्र में धन प्रबंधन और वित्तीय योजना प्रमुख हैं। इन्होंने 2004 में आईसीआईसीआई बैंक वेल्थ मैनेजमेंट के साथ अपना करियर शुरू किया था।
भाग लेने के लिए ऐसे कराएं निशुल्क रजिस्ट्रेशन:
https://auevents.in/DKB धन प्रबंधन और योजना लिंक पर जाएं।
01204419704 पर मिस्ड कॉल दें।
QR कोड स्कैन करें।
विस्तार
आम आदमी के जेहन में ये सवाल हमेशा उठता रहता है कि म्यूचुअल फंड में कैसे निवेश किया जाए, जिससे कि बेहतर रिटर्न मिल सके। 23 सितंबर को एडेलवाइस (Edelweiss) म्यूचुअल फंड के साथ होने वाले अमर उजाला के खास वेबिनार 'धन की बात' में विशेषज्ञ आपको इससे जुड़ी अहम जानकारियां देंगे।
23 सितंबर को शाम चार बजे से होने वाले इस वेबिनार में बाजार के जानकार इससे जुड़े निवेश पर आपके सवालों के जवाब देंगे। ‘निवेशक जागरूकता धन प्रबंधन और योजना कार्यक्रम पहल‘ के तहत आम निवेशकों को जागरूक करने वाले इस वेबिनार में आप निशुल्क भाग ले सकते हैं। इसके लिए नीचे दिए गए लिंक पर जाकर, दिए गए नंबर पर मिस्ड कॉल देकर या क्यूआर कोड स्कैन कर आपको रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
जानिए इस बेविनार के मुख्य बिंदु
- म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय किन गलतियों से बचें
- निवेश के दौरान किस तरह के ऑपरेशनल चेकलिस्ट जरूरी हैं
- म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे शुरू किया जाए
- अपने रिटायरमेंट के लिए किस तरह की योजना बनाएं
- बच्चों की शिक्षा के लिए किस तरह की वित्तीय योजना बनाएं
वेबिनार में तीन मुख्य वक्ता होंगे जो आपके सवालों के जवाब देंगे-
दीपक जैन- प्रमुख, सेल्स- रिटेल एंड इंस्टीट्यूशनल बिजनेस, एडेलवाइस एएमसी
आईसीएआई से एफसीए धारक दीपक जैन के पास 17 साल का अनुभव है। उन्होंने 2018 में एडिलवाइस एसेट मैनेजमेंट में रिटेल सेल्स प्रमुख के तौर पर ज्वाइन किया धन प्रबंधन और योजना था। उन पर म्यूचुअल फंड, लिक्विड एआईएफ और पीएमएस की जिम्मेदारी है। बाद में इन्हें इंस्टीट्यूशनल सेल्स की भी जिम्मेदारी दी गई।
अशोक कुमार ठुकराल, संस्थापक- ए के ठुकराल एंड कंपनी
सीए पूरा करने के बाद अशोक ठुकराल ने अपनी प्रोफेशनल इंटर्नशिप इलाहाबाद में एस कक्कर एंड कंपनी के साथ शुरू की थी। 1987 में ये अपने गृह नगर भदोही चले गए और अपनी कंपनी, ए के ठुकराल एंड कंपनी गठित की, जिसकी अभी वाराणसी और नई दिल्ली में शाखाएं हैं। इनकी कंपनी न सिर्फ भारत बल्कि विदेशों में भी अपनी सेवाएं दे रही हैं। इन्हें बैंकिंग सेक्टर में ऑडिट, डायरेक्ट टैक्स कंसल्टेंसी व एसेसमेंट, फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट और वित्तीय प्रबंधन का गहरा अनुभव है।
शोभित गुप्ता - सह-संस्थापक, मनीगेन कंसल्टेंट्स
शोभित गुप्ता चंडीगढ़ और दिल्ली स्थित मनीगेन कंसल्टेंट्स के सह-संस्थापक हैं, जो बुटीक वेल्थ एंड इनवेस्टमेंट एडवाइजरी के क्षेत्र में काम करती है। उन्होंने आईएमआई से फाइनेंस व मार्केटिंग में एमबीए (सिल्वर मेडल विजेता) किया है। इनकी विशेषज्ञता के क्षेत्र में धन प्रबंधन और वित्तीय योजना प्रमुख हैं। इन्होंने 2004 में आईसीआईसीआई बैंक वेल्थ मैनेजमेंट के धन प्रबंधन और योजना साथ अपना करियर शुरू किया था।
वित्तीय साक्षरता और धन प्रबंधन (सेबी द्वारा संचालित) पर जागरूकता कार्यक्रम
Faridabad News, 24 Sep 2021: आर्थिक रूप से साक्षर होने का मतलब यह जानना है कि अपने पैसे का प्रबंधन कैसे किया जाए। इसका मतलब है कि अपने बिलों का भुगतान कैसे करें, जिम्मेदारी से पैसे कैसे उधार लें और कैसे बचाएं, और कैसे और क्यों निवेश करें और भविष्य के लिए योजना बनाएं। आज व्यक्ति को स्वयं को शिक्षित करने और अपने वित्तीय ज्ञान को उन्नत करने की पहल करनी चाहिए। किसी के वित्तीय विकास में समय लगाने से बचत और निवेश निर्णयों में सुधार होता है। इसे ध्यान में रखते हुए डीएवी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट फरीदाबाद के फैकल्टी डेवलपमेंट सेल ने 24 सितंबर 2021 को "वित्तीय साक्षरता और धन प्रबंधन" पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। संसाधन व्यक्ति गणेश त्रिपाठी, एनआईएसएम प्रमाणित निवेश सलाहकार हैं। श्री गणेश त्रिपाठी जी वित्तीय साक्षरता के प्रसार के लिए निवेशक शिक्षा कार्यक्रमों का लगातार पर्यवेक्षण और संचालन करते रहे हैं।
डॉ. पारुल नागी (सदस्य एफडीपी सेल) ने जागरूकता कार्यक्रम शुरू करके सत्र की शुरुआत की और उन्होंने संसाधन व्यक्ति का भी स्वागत किया। जागरूकता कार्यक्रम का उद्देश्य लक्षित दर्शकों को भारत में उपलब्ध विभिन्न प्रकार के निवेश विकल्पों से अवगत कराना था, जैसे कि म्यूचुअल फंड, फिक्स्ड डिपॉजिट, पीपीएफ, एनपीएस, एसएसवाई, पोस्ट ऑफिस डिपॉजिट, स्टॉक और शेयर आदि और कोई कैसे निवेश कर सकता है। श्री गणेश त्रिपाठी ने प्रासंगिक उदाहरणों के साथ जानकारी प्रदान की कि कैसे इस तरह की छोटी बचत व्यक्तियों को अल्पकालिक और दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्यों की योजना बनाने के लिए कम समय में एक बड़ा कोष बनाने में सक्षम बनाती है। यह जागरूकता कार्यक्रम वास्तव में भारतीय नागरिकों को भारत में उपलब्ध निवेश विकल्पों के बारे में जागरूक करने के लिए प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा एक सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) पहल थी और कैसे ये निवेश भविष्य के वित्तीय लक्ष्यों की उपलब्धि के लिए एक कोष बनाने में मदद कर सकते हैं। जागरूकता कार्यक्रम में 100 से अधिक कर्मचारियों ने भाग लिया। डॉ. आशिमा टंडन (सदस्य एफडीपी सेल) द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ सत्र का समापन हुआ। उन्होंने सुश्री रीमा नांगिया और उनकी टीम को मीडिया का समर्थन देने के लिए धन्यवाद दिया। डॉ. रितु गांधी अरोड़ा (कार्यवाहक प्राचार्य) ने एफडीपी सेल के सदस्यों डॉ. आशिमा टंडन, डॉ. पारुल नागी, डॉ. कविता गोयल और सुश्री पूजा गौर के प्रयासों की सराहना की।
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मुनाफे के अधिकतमकरण और धन के अधिकतमकरण के बीच आवश्यक अंतर यह है कि लाभ का फोकस अल्पकालिक कमाई पर है, जबकि धन का फोकस समय के साथ व्यावसायिक इकाई के समग्र मूल्य को बढ़ाने पर है। ये अंतर पर्याप्त हैं, जैसा कि नीचे बताया गया है:
योजना अवधि. लाभ अधिकतमकरण के तहत, मुनाफे में तत्काल वृद्धि सर्वोपरि है, इसलिए प्रबंधन विवेकाधीन खर्चों, जैसे विज्ञापन, अनुसंधान और रखरखाव के लिए भुगतान नहीं करने का चुनाव कर सकता है। धन अधिकतमकरण के तहत, प्रबंधन हमेशा इन विवेकाधीन व्यय के लिए भुगतान करता है।
जोखिम प्रबंधन. लाभ अधिकतमकरण के तहत, प्रबंधन व्यय को कम करता है, इसलिए हेजेज के लिए भुगतान करने की संभावना कम होती है जो संगठन के जोखिम प्रोफाइल को कम कर सकती है। एक धन-केंद्रित कंपनी जोखिम कम करने पर काम करेगी, इसलिए इसके नुकसान का जोखिम कम हो जाता है।
कीमत निर्धारण कार्यनीति. जब प्रबंधन मुनाफे को अधिकतम करना चाहता है, तो यह मार्जिन बढ़ाने के लिए उत्पादों की कीमत यथासंभव अधिक करता है। एक धन-उन्मुख कंपनी लंबी अवधि में बाजार हिस्सेदारी बनाने के लिए कीमतों को कम करने के लिए चुनाव करके उल्टा कर सकती है।
क्षमता की योजना. एक लाभ-उन्मुख व्यवसाय मौजूदा बिक्री स्तर और शायद अल्पकालिक बिक्री पूर्वानुमान को संभालने के लिए अपनी उत्पादक क्षमता पर पर्याप्त खर्च करेगा। एक धन-उन्मुख व्यवसाय अपने दीर्घकालिक बिक्री अनुमानों को पूरा करने के लिए क्षमता पर अधिक खर्च करेगा।
पिछली चर्चा से यह स्पष्ट होना चाहिए कि लाभ अधिकतमकरण एक व्यवसाय के प्रबंधन के लिए एक कड़ाई से अल्पकालिक दृष्टिकोण है, जो लंबी अवधि में हानिकारक हो सकता है। धन अधिकतमकरण लंबी अवधि पर ध्यान केंद्रित करता है, जिसमें बड़े निवेश और कम अल्पकालिक लाभ की आवश्यकता होती है, लेकिन दीर्घकालिक भुगतान के साथ जो व्यवसाय के मूल्य को बढ़ाता है।
धन प्रबंधन की परिभाषा
जब आप थोड़े छोटे थे और सप्ताहांत में थोड़ी अतिरिक्त नकदी के लिए लोगों को बग करना पड़ता था, तो आपको शायद उन्हें यह सुनना भी पड़ता था कि आपको अपने पैसे का प्रबंधन करने की आवश्यकता कैसे है। अब जब आप अपने सपने की नौकरी से धन प्रबंधन और योजना आटा ले रहे हैं (या, कम से कम, एक अच्छा वेतन बना रहे हैं), तो आपके दोस्त आपको बता रहे हैं कि आपको अपने पैसे का प्रबंधन करने की आवश्यकता धन प्रबंधन और योजना है। तो पैसे प्रबंधन का क्या मतलब है, बिल्कुल?
संक्षेप में
यदि आपके पास अपना खुद का व्यवसाय है, तो आप एक प्रबंधक को नियुक्त करना चाहेंगे, जिस पर आप अपने व्यवसाय को एक लाभदायक तरीके से संभाल और निर्देशित कर सकें। मुद्दा यह है कि जब पैसा प्रबंधन की बात आती है, तो बस अपने पैसे को अपना व्यवसाय धन प्रबंधन और योजना समझें। आप चाहते हैं कि यह सफल और लाभदायक हो, और अच्छा प्रबंधन समीकरण का हिस्सा है। आपको अपने आप को बजट और निवेश के बारे में शिक्षित करने की आवश्यकता होगी, और आप सहायक प्रबंधकों - वित्तीय पेशेवरों को "किराए पर" देना चाह सकते हैं जो आपको सलाह दे सकते हैं।
विभिन्न पहलु
धन प्रबंधन में आपके वित्तीय पोर्टफोलियो के हर पहलू की योजना, विश्लेषण और क्रियान्वयन करना शामिल है, जिसमें सभी प्रकार के निवेश, बचत, कर, बैंकिंग और बजट शामिल हैं। किसी भी व्यवसाय के प्रबंधन के साथ, कुछ आर्थिक चर आपके वित्त को प्रभावित कर सकते हैं, और अच्छे धन प्रबंधन में उन कारकों का आकलन और नियंत्रण करना शामिल है जो आपकी वित्तीय फिटनेस के लिए हानिकारक हो सकते हैं। व्यक्तिगत बजट में पैसे बचाने के लिए अपने दैनिक खर्चों को ट्रैक करना और सीमित करना शामिल है - या, मूल रूप से, यह जानने के लिए कि आपका पैसा कहां जा रहा है, आपके वित्त के प्रबंधन में महत्वपूर्ण पहला कदम है।
लक्ष्यों को प्राप्त करने
चाहे आप जल्द ही अपना पहला घर खरीदने की योजना बना रहे हों या छात्र ऋण के बिना जीवन का सपना देख रहे हों, आपके वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने और ऋण-मुक्त जीवन शैली प्राप्त करने के लिए अच्छा पैसा प्रबंधन आवश्यक है। कल्पना कीजिए कि जब आप जमा राशि (सीडी) के उन प्रमाणपत्रों को नकद कर देंगे, जिन्हें आपने अपने क्रेडिट-कार्ड ऋण के अंतिम भुगतान के लिए समझदारी से निवेश किया था।
आगे की योजना बना
वह जादू आठ बॉल शायद आपके किशोरावस्था में वापस लौटने का एक विश्वसनीय स्रोत रहा हो, लेकिन वास्तविक दुनिया में यह जानने का कोई तरीका नहीं है कि आगे क्या है। आर्थिक स्थिति या व्यक्तिगत परिस्थितियाँ, जैसे कि कोई गंभीर बीमारी या नौकरी छूटना, बिना किसी नोटिस के आपकी वित्तीय स्थिति को प्रभावित कर सकती है। यदि आप अपने पैसे को प्रभावी ढंग से प्रबंधित कर रहे हैं, तो आपके पास सबसे अप्रत्याशित खर्चों को कवर करने के लिए बचत होगी और अप्रत्याशितता के लगभग किसी भी मौसम का सामना करने में सक्षम होंगे।
लेखक: Margaret Wright
मार्गरेट राइट एक 32 वर्षीय पत्रकार हैं। रीडर। वेब प्रेमी। कम्युनिकेटर। छात्र। बेकन निंजा। विश्लेषक। चरम आयोजक। एक्सप्लोरर। सामान्य टीवी मावेन।
अनुशंसित
अपने बॉस को बताने से डरते हैं कि मैं अपने काम पर काम खत्म नहीं कर सकता
तुमने पंगा लिया - अब इसे साफ करो।उफ़, आपने इसे फिर से किया - इतना सुस्त कर दिया कि आपने जो काम पूरा करने के लिए कहा था, उसे आपने पूरा नहीं किया। हालांकि यह निश्चित रूप से एक आदर्श स्थिति नहीं है, अब आप जो सबसे खराब काम कर सकते हैं वह है अपने बॉस के साथ बात करना। जितनी जल्दी हो सके उससे बात करके, आप .
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