हालांकि, कुछ एक्सपोर्टर अधिक महंगाई दर की वजह से अभी विदेशी मुद्रा कौन से बाजार खुले हैं? इसका फायदा नहीं उठा पाते हैं, क्योंकि उनके प्रोडक्ट की लागत बढ़ जाती है. पेट्रोलियम प्रॉडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, मशीनरी सामान बनाने वाली कंपनियों की प्रोडक्शन कॉस्ट बढ़ जाती है.
क्या होता है विदेशी मुद्रा बॉन्ड
भारत सरकार ने पहली बार विदेशी मुद्रा बॉन्ड बेचकर धन जुटाने की योजना बनाई है. वित्त मंत्रालय का मानना अभी विदेशी मुद्रा कौन से बाजार खुले हैं? है कि ऐसा कर के अर्थव्यवस्था में तेजी लाई जा सकती है. कम ब्याज पर कंपनियों को धन मुहैया करवाया जा सकता अभी विदेशी मुद्रा कौन से बाजार खुले हैं? है.
भारत सरकार के वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने पिछले सप्ताह देश के कारोबारियों को बताया था कि विदेशों से ऋण लेने का कदम भारतीय कंपनियों के लिए ब्याज दरों अभी विदेशी मुद्रा कौन से बाजार खुले हैं? को नीचे लाने के प्रयासों का हिस्सा है ताकि अर्थव्यवस्था में तेजी लाई जा सके. उन्होंने कहा, "हम खुले तौर पर विदेशी निवेश और बचत का स्वागत करेंगे क्योंकि हमें इसकी जरूरत होगी."
गर्ग ने कहा कि घरेलू कर्ज पर निर्भरता के साथ समस्या यह थी कि सरकार ने अर्थव्यवस्था में कुल बचत का लगभग 80% का उपयोग किया. काफी कम हिस्सा निजी कंपनियों के लिए छोड़ा गया. इसका नतीजा ये हुआ कि व्यवसायियों को बैंक ऋण पर 12-13% ब्याज देने के लिए बाध्य किया जाता है. सरकार ने पहले भी विदेशी बाजारों से धन जुटाने पर विचार किया था, लेकिन योजना की व्यावहारिकता तय करने वालों ने इसका विरोध किया था.
Dollar vs Rupee: सबके लिए अभी विदेशी मुद्रा कौन से बाजार खुले हैं? घाटे का सौदा नहीं होता गिरता रुपया, इन भारतीयों को हो अभी विदेशी मुद्रा कौन से बाजार खुले हैं? रहा है मोटा फायदा!
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 17 जुलाई 2022,
- (अपडेटेड 17 जुलाई 2022, 2:04 PM IST)
- एक्सपोर्टरों को भी मिलता है गिरते रुपये का फायदा
- इंपोर्ट के लिए खर्च करनी पड़ती है अधिक रकम
डॉलर (Dollar) के मुकाबले भारतीय रुपया (Indian Currency) इन दिनों अपने सबसे खराब दौर से गुजर रहा है. रुपया डॉलर के मुकाबले अब तक के सबसे निचले स्तर पर लुढ़क चुका है. गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 79.99 पर बंद अभी विदेशी मुद्रा कौन से बाजार खुले हैं? हुआ था. हालांकि, ऐसा नहीं है कि डॉलर के मुकाबले सिर्फ भारतीय करेंसी ही कमजोर हुई है. डॉलर ने यूरोप से लेकर अमेरिकी महाद्वीप की कई बड़ी अर्थव्यवस्था वाली करेंसी को भी गहरी चोट पहुंचाई है. लेकिन भारतीय रुपये की गिरती कीमत कुछ लोगों के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकती है.
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अगर 100 डॉलर आपके लिए किसी ने भेजा है, अभी विदेशी मुद्रा कौन से बाजार खुले हैं? तो आज के समय भारतीय करेंसी (Indian Currency) में ये लगभग 8000 रुपये होगी. वहीं, अगर डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये की वैल्यू 70 रुपये होती, तो आपको 7000 रुपये मिलते. यानी 1000 रुपये आपको कम प्राप्त होते. इस तरह रुपये की गिरती वैल्यू के बीच भी कई लोगों को तगड़ा फायदा मिल रहा है.
कितना आता है विदेशों से पैसा
विश्व बैंक की रिपोर्ट के अनुसार भारत में विदेशों से साल 2020 में 83 अरब डॉलर से अधिक धन भेजा गया था. वहीं, 2021 में 87 अरब डॉलर की रकम भारत आई थी. विदेशों में नौकरी कर रहे भारतीय भारी मात्रा में पैसा देश में अपने परिवारों के पास भेजते हैं. इससे देश के विदेशी मुद्रा कोष को फायदा होता है.
एक्सपोर्टरों के लिए भी फायदे का सौदा
जब भी डॉलर के मुकाबले रुपये की वैल्यू गिरती है, तो एक्सपोर्टर फायदे में रहते हैं. सॉफ्टवेयर कंपनियां और फार्मा कंपनियां इसका अधिक फायदा उठाती हैं. क्योंकि उन्हें पेमेंट का भुगतान डॉलर में मिलता है, जिसकी वैल्यू भारत में आकर बढ़ जाती है. इस वजह उन्हें रुपये में आई गिरावट का फायदा मिलता है.
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 28.23 करोड़ डॉलर बढ़ा
देश का विदेशी मुद्रा भंडार बीते सप्ताह 28.23 करोड़ डॉलर बढ़कर अभी विदेशी मुद्रा कौन से बाजार खुले हैं? 290.46 अरब डॉलर हो गया।
भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार पूर्व सप्ताह में मुद्रा भंडार 1.26 अरब डॉलर बढ़कर 290.18 अरब डॉलर हुआ था। इसके अनुसार 31 अगस्त को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा आस्तियों में 25.24 करोड़ डॉलर की गिरावट आई और यह 257.62 अरब डॉलर रही।
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नई दिल्ली: शेयर बाजार में निवेश अभी विदेशी मुद्रा कौन से बाजार खुले हैं? कर अमीर बनना कौन नहीं चाहता. अगर आप भी अपनी पूंजी बढ़ाने के लिए शेयरों में निवेश करना चाहते हैं तो हम आपको बता रहे हैं कि मंगलवार को शेयर बाजार का अभी विदेशी मुद्रा कौन से बाजार खुले हैं? रुख किस तरह रह सकता है. सोमवार को इक्विटी बेंचमार्क सूचकांक फ्लैट नोट पर बंद हुए. 8 दिन की रैली के बाद लगातार दूसरे दिन शेयर बाजार में कमजोरी दर्ज की गई. दिनभर के कारोबार में उतार-चढ़ाव बना रहा और 30 शेयर वाला बीएसई सूचकांक सेंसेक्स 34 अंक गिरकर 62834 पर बंद हुआ. निफ्टी फिफ्टी 18700 के लेवल पर बंद हुआ.
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अगर आप मंगलवार को शेयरों में निवेश से कमाई करना चाहते हैं तो मोमेंटम इंडिकेटर मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डायवर्जेंस या एमएसीडी के हिसाब से फिनोलेक्स इंडस्ट्रीज, सिटी यूनियन बैंक, जेएसडब्ल्यू एनर्जी, अवंती फीड्स, सेंचुरी प्लाई और सीक्वेंट साइंटिफिक के शेयरों में तेजी के ट्रेंड बन रहे हैं. आप इनमें निवेश कर कमाई कर सकते हैं.
शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 12 पैसे चढ़कर 77.46 पर
शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 12 पैसे चढ़ा.
घरेलू शेयर बाजार में तेजी और विदेशों में अमेरिकी मुद्रा के कमजोर होने से सोमवार को रुपया शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 12 पैसे चढ़कर 77.46 पर पहुंच गया. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 77.53 पर खुला, और आगे बढ़त दर्ज करते हुए 77.46 के भाव पर आ गया, जो पिछले बंद के मुकाबले 12 पैसे की तेजी दर्शाता है.
रुपया पिछले सत्र में, शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 77.58 के स्तर पर बंद हुआ था. इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 101.55 पर आ गया. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.54 प्रतिशत बढ़कर 120.08 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था.
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