अंतरराष्ट्रीय छात्रों में 90 प्रतिशत लड़कियां
टोरंटो स्थित एलस्पेथ हेवर्थ सेंटर फॉर विमेन की कार्यकारी निदेशक सुंदर सिंह महिलाओं के शोषण के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे हैं। वह बताती हैं कि विशेष रूप से भारत से छात्राओं का बढ़ता यौन शोषण हमारे लिए चिंता का एक नया क्षेत्र है। सिंह कहती हैं कि वह और उनके कर्मचारी मानव तस्करों द्वारा महिलाओं का शोषण करने के मामलों को सक्रिय रूप से ट्रैक करते हैं और उन्हें एक नया जीवन फिर से शुरू करने में मदद करते हैं। सिंह के अनुसार शैक्षणिक परिसरों, गली-नुक्कड़, बस स्टॉप, कार्यस्थलों और यहां तक कि धार्मिक स्थलों पर भी दलाल अंतरराष्ट्रीय छात्राओं को अपना शिकार बना रहे हैं। यहां उल्लेखनीय यह है कि कनाडा आने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों में 90 प्रतिशत लड़कियां 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं? हैं, और उनमें से ज्यादातर भारत के पंजाब राज्य से हैं।
90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं?
रविवार को चंद्रमा का संचार कन्या राशि में रहेगा। इसी के साथ आज का दिन कन्या राशि के लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है। साथ ही आज वृष राशि के लोगों को भी कोई शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है। आइए जानते हैं आज का दिन मेष से मीन तक बाकी सभी राशियों के लिए कैसा रहने वाला है।
मेष टैरो राशिफल : आर्थिक मामलों में सोच समझकर रहें
गणेशजी कहते हैं कि आज इस राशि के लोग किसी की बात को अपने दिल पर न लगाएं। नौकरी करने वालों को आर्थिक मामलों में सोच-समझकर चलना होगा।। व्यापारी वर्ग के लिए आज का दिन बहुत अच्छा रहने वाला है। आज व्यापार में जबरदस्त नतीजे हासिल होंगे। आज काम के सिलसिले में किए गए प्रयास आपको अच्छे नतीजे प्रदान करेंगे। साथ ही आज बुजुर्गों द्वारा मिली हुई राय को नजर अंदाज ना करें। अविवाहित हैं तो रिश्ते की बात आगे बढ़ सकती है। दोस्तों के साथ कुछ बातें शेयर कर सकते हैं।
आज भाग्य 95 % आपके पक्ष में रहेगा। योग प्राणायाम का अभ्यास करें।
Education Loan: एजुकेशन लोन देने में बैंक क्यों कर 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं? रहे हैं आना-कानी? लेटलतीफी से छात्रों के छूट रहे हैं पसीने
Edited By: Sachin Chaturvedi @sachinbakul
Published on: September 25, 2022 18:43 IST
Photo:FILE Education loan
Education Loan: एजुकेशन लोन ने पहले से ही बढ़ते एनपीए से परेशान देश के बैंकों की टेंशन को और बढ़ा दिया है। एजुकेशन लोन की वापसी में बैकों के पसीने छूट रही है। बैंकों की टेंशन की गवाही हाल में आए एनपीए के आंकड़े बयां कर रहे हैं। एजुकेशन लोन पोर्टफोलियो में चूक की दर करीब आठ प्रतिशत तक पहुंच चुकी है। इस ऊंची दर को देखते हुए बैंक अब सतर्क हो गए हैं और इस तरह के कर्ज की मंजूरी में विशेष सावधानी बरत रहे हैं।
बैंकों की सख्ती से छात्रों की बढ़ी परेशानी
सरकारी बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उच्च एनपीए की वजह से शिक्षा कर्ज की मंजूरी देने में शाखाओं के स्तर पर सतर्कता भरा रवैया अपनाया जा रहा है। इसकी वजह से वास्तविक मामले नजरंदाज हो जाते हैं और इनमें विलंब भी होता है। वित्त मंत्रालय ने शिक्षा ऋण पोर्टफोलियो का जायजा लेने के लिए हाल में सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों की बैठक बुलाई थी।
आरबीआई के एक पत्र में कहा गया कि भारत में वाणिज्यिक बैंकों द्वारा दिए गए शिक्षा कर्ज के एनपीए में हाल के वर्षों में तेज वृद्धि हुई है जो चिंता का विषय है और देश में उच्च शिक्षा के लिए बैंकों द्वारा दिए जाने वाले कर्ज में वृद्धि प्रभावित हो सकती है। जून 2022 में प्रकाशित इस 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं? पत्र में कहा गया कि भारत में करीब 90 फीसदी शिक्षा ऋण सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक देते हैं। मार्च 2020 तक शिक्षा ऋण के कुल बकाया में निजी क्षेत्र के बैंकों की हिस्सेदारी करीब सात फीसदी और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की तीन फीसदी है।
अपनी फ्रैंचाइजी को सफल बनाने के लिए इन गलतियों से बचें |
फ्रैंचाइजिंग, नए व्यापार मालिकों को अच्छे ब्रांड, प्रारंभिक प्रशिक्षण और ठोस प्रणालियों का समर्थन प्रदान करता है। हालांकि सफलता पाना इतना आसान नहीं है, क्योंकि फ्रैंचाइजिंग के बारे में कुछ दुःखद कहानियाँ भी है। फ्रैंचाइजी व्यवसाय की असफलता के कुछ कारण नीचे दिए गए हैं, जिन्हें करने से उद्यमी को बचना चाहए।
व्यापार योजना
एक उचित व्यापार योजना, सफलता के लिए रास्ता होती है। फ्रैंचाइजी खरीदार अक्सर एकाउंटेंट द्वारा लिखी गई प्रतीकात्मक योजना के साथ काम करते हैं या फ्रैंचाइजर्स के साधनों पर भरोसा करते हैं। एक व्यापार योजना को व्यापार के प्रदर्शन के लिए फ्रैंचाइजी और उसकी संभावित आय के लिए विशिष्ट होना चाहिए। फ्रैंचाइजर को योजना बनाने की प्रक्रिया में शामिल होना चाहिए। उसे फ्रैंचाइजी द्वारा प्रस्तुत व्यापार योजना का विश्लेषण और निरंतर निगरानी करनी चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि फ्रैंचाइजी योजना के अनुसार ही अपना व्यापार संचालित कर रहा है।
राहुल गांधी ने लाल किले से कहा- ये नरेंद्र मोदी नहीं, अंबानी-अडानी की सरकार; असली चीज़ों से ध्यान भटकाने के लिए फैलाई जा रही नफरत
Published: December 24, 2022 7:27 PM IST
नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि सत्तापक्ष देश में नफरत फैलाकर लोगों का ध्यान भटका रहा है ताकि लोगों की जेब काटी जा सके. राहुल गांधी ने कहा कि देश में अंबानी और अडानी सरकार चला रहे हैं न कि नरेंद्र मोदी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर लगाम लगी हुई है और उनसे चीजें संभल नहीं रही हैं. ‘भारत जोड़ो यात्रा’ निकाल रहे राहुल गांधी ने लाल किले से सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘इस यात्रा का लक्ष्य भारत को जोड़ने का है. जब हमने यह यात्रा शुरू की तो सोच रहा था कि नफरत को मिटाने की जरूरत है. मेरे दिमाग में था कि इस देश में सब जगह नफरत फैली हुई है. मगर जब मैंने चलना शुरू किया तो सच्चाई बिल्कुल अलग थी…मीडिया के एक बड़े हिस्से में नफरत की बातें चलाई जाती हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस यात्रा के दौरान मैं लाखों लोगों से मिला हूं. सब एक दूसरे से प्यार करते हैं, नफरत नहीं करते हैं. देश के 90 प्रतिशत लोग एक दूसरे नफरत नहीं करते.’’
Also Read:
राहुल गांधी ने चांदनी चौक की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘यहां मंदिर भी है, मस्जिद है और गुरुद्वारा है. यही हिंदुस्तान है.’’ उन्होंने दावा किया कि नफरत फैलाकर ध्यान भटकाया जाता है और हवाई अड्डे, बंदरगाह, सड़कें और देश की संपत्तियां ‘प्रधानमंत्री के मालिकों’ के हवाले कर दी जाती हैं. उन्होंने कहा, ‘‘जब कोई जेब काटता है तो पहले यह देखता है कि जिसकी जेब काटी जा रही है, उसका ध्यान भटक जाए. यही देश में हो रहा है कि ध्यान भटकार देश की जेब काटी जा रही है.’’
Delhi | It is not Narendra Modi’s government. It is Ambani and Adani government. Hindu-Muslim is being done to divert attention from the real issues. Today degree holder youths are selling ‘pakoras’: Congress MP Rahul Gandhi pic.twitter.com/7JV2FPmBs1 — ANI (@ANI) December 24, 2022
कांग्रेस नेता ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा रोजगार छोटे व्यापारी देते हैं. राहुल गांधी ने कहा कि नोटबंदी और ‘गलत जीएसटी’ कोई नीतिगत निर्णय नहीं था, बल्कि किसानों और छोटे व्यापारियों को मारने का हथियार था. उन्होंने कहा, ‘‘अपने मालिकों के लिए प्रधानमंत्री ने छोटे व्यापारियों की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी.’’ राहुल गांधी ने कहा, ‘‘जैसे प्रेस पर लगाम लगी हुई है उसी तरह देश के प्रधानमंत्री पर लगाम लगी हुई है. वह संभाल नहीं पा रहे हैं.’’ कांग्रेस नेता ने भाजपा और सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘अब ये लोग डर फैला रहे हैं. किसानों, युवाओं, छोटे व्यापारियों और माताओं-बहनों के दिल में डर फैला रहे हैं. भगवान शिव कहते हैं डरो मत, हिंदू धर्म कहता है कि डरो 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं? मत. ये लोग हमेशा डर फैलाने की बात करते हैं.’’
कनाडा में देह व्यापार करके पढ़ाई का खर्च उठा रही हैं भारतीय मूल की लड़कियां, ऑनलाइन होता है सारा काम
नेशनल डेस्क: ग्रेटर टोरंटो एरिया (जीटीए) में भारतीय अंतरराष्ट्रीय छात्र तेजी से दलालों और ड्रग डीलरों के शिकार हो रहे हैं। और सबसे बुरी बात यह है कि उनका शोषण ज्यादातर उनके अपने भारतीय-कनाडाई समुदाय के लोग कर रहे हैं। एक रिपोर्ट 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं? के मुताबिक जीटीए के हालात इस कद्दर खराब हो चले हैं कि भारतीय मूल की लड़कियों को अपनी पढ़ाई का र्खचा उठाने के लिए देह व्यापार के लिए मजबूर किया जा रहा है। अगस्त में ब्रैम्पटन से तीन भारतीय-कनाडाई युवकों की देह व्यापार में 18 वर्षीय लड़की की तस्करी के आरोप में गिरफ्तारी इस बात का सबूत 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं? है कि जीटीए में भारतीय छात्राओं का यौन शोषण तेजी से बढ़ रहा है। 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं? इस विशेष मामले में भारतीय मूल की लड़की को तीन लोगों ने बंदी बना लिया और देह व्यापार में इधर-उधर ले जाया जा रहा था। इन आरोपियों के और भी शिकार हो सकते हैं क्योंकि वे ऑनलाइन यौन सेवाओं का विज्ञापन दे रहे थे।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 506