आदिदमु कहते हैं, "एक ही समय में धोखाधड़ी के कई तरह के मामले होने पर यह ग्राहक पर निर्भर करता है वह उनमें से किसके लिए दावा करना चाहता है. यानी एक समय पर केवल एक मामले के लिए दावा किया जा सकता है. हालांकि, पॉलिसी पीरियड के दौरान क्लेम की संख्या पर सीमा नहीं है."
सेवा स्तर समझौता (SLA)
यह एक अवधि (1 महीने) के लिए डाउनटाइम की कुल अवधि है, इसके कारण होने वाले डाउनटाइम को छोड़कर:
- निर्धारित समय पर अनुसूचित रखरखाव कार्य करना;
- के बाहर एक क्षेत्र में एक संचार चैनल और उपकरण शटडाउन ITGLOBAL.COM NL अधिकार क्षेत्र/नियंत्रण;
- cliईएनटी के अनुप्रयोग या घटक, जो नियंत्रित नहीं हैं या द्वारा प्रशासित नहीं हैं ITGLOBAL.COM NL, और एक सेवा विफलता का कारण बन गए हैं;
- के हानिकारक कार्य Cliईएनटी, उसके कर्मचारी, भागीदार, ग्राहक, आदि, जिसके कारण सेवा के घटकों पर नकारात्मक प्रभाव वित्तीय बाजारों में स्पूफिंग क्या है? पड़ा है (spaमी, स्पूफिंग, सेवा का उपयोग करने के नियमों का उल्लंघन, आदि);
- अन्य अनियंत्रित घटनाओं को अप्रत्याशित घटना के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
यह वह समय है जब सेवा को सामान्य रूप से कार्य करना चाहिए। Serverspace अपटाइम = 24×7.
डेटा संग्रहण प्रणाली प्रदर्शन
आईओपीएस (प्रति सेकेंड इनपुट/आउटपुट ऑपरेशंस)
यह डेटा स्टोरेज सिस्टम (DSS) द्वारा प्रति सेकंड किए गए इनपुट-आउटपुट ऑपरेशंस की संख्या है।
यह देरी है - इनपुट/आउटपुट संचालन के दौरान डिस्क सबसिस्टम अधिकतम प्रतिक्रिया समय।
30 आईओपीएस प्रति 1 जीबी SSD
0.1 आईओपीएस प्रति 1 जीबी सैटा
32 किलोबाइट के पढ़ने/लिखने के ब्लॉक के लिए।
नोट: यदि IOPS की गारंटीकृत संख्या अधिक हो जाती है, तो विलंबता प्रति वर्ष के लक्ष्य मान से विचलन होता हैramईटर की अनुमति है। इस स्थिति का उल्लंघन नहीं माना जाता है SLA.
तकनीकी समर्थन
यह का एक अनुरोध है Serverspace cliअनुरोध पंजीकरण और प्रसंस्करण प्रणाली का उपयोग करके तकनीकी सहायता सेवा में प्रवेश करना, जिसे एकीकृत किया गया है cliईएनटी का खाता।
यह एक उपयोगकर्ता अनुरोध है जिसे पहली पंक्ति के तकनीकी सहायता (सर्विसडेस्क) कर्मचारियों द्वारा आसानी से हल किया जा सकता है Serverspace सेवा निर्देशों में सूचीबद्ध समाधानों का उपयोग करके सेवा। इसके लिए दूसरी और तीसरी सपोर्ट लाइन की मदद की जरूरत नहीं है। यह सेवा की गुणवत्ता की अनुपलब्धता या महत्वपूर्ण विफलता से जुड़ा नहीं है।
यह एक उपयोगकर्ता अनुरोध है, जिसमें मानक सर्विसडेस्क निर्देशों में सूचीबद्ध समाधान नहीं है या दूसरी और तीसरी समर्थन लाइनों की सहायता की आवश्यकता है। यह सेवा की गुणवत्ता की अनुपलब्धता या महत्वपूर्ण विफलता से जुड़ा नहीं है।
यह सेवा की गुणवत्ता की अनुपलब्धता या महत्वपूर्ण विफलता से संबंधित एक उपयोगकर्ता अनुरोध है। अनुरोधों को संसाधित करने में घटनाओं की सर्वोच्च प्राथमिकता होती है।
साइबर इंश्योरेंस प्लान लेते हुए किन बातों का रखें ध्यान?
इस तरह की पॉलिसी खरीदने से पहले कुछ चीजों पर ध्यान देना जरूरी है. पहला, प्लान में क्या-क्या चीजें कवर हैं. दूसरा, सब-लिमिट क्या है. तीसरा, आर्थिक नुकसान होने पर किन क्लॉज के तहत क्लेम किया जा सकता है.
क्या है कवर?
इस बात पर करीब से नजर रखनी चाहिए. पॉलिसी में क्या कुछ कवर है, इसे कर्इ प्लान क्लॉज के तहत लेते हैं. जबकि कर्इ अन्य इसे 'लिमिट ऑफ लायबिलिटी' कहते हैं. साइबर सिक्योरिटी में एक महत्वपूर्ण चीज मालवेयर वित्तीय बाजारों में स्पूफिंग क्या है? है. कुछ प्लान इसे वैकल्पिक कवर के तौर पर देते हैं.
बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस में चीफ टेक्निकल ऑफिसर शशिकुमार आदिदमु कहते हैं, "मालवेयर खतरे से सुरक्षा महत्वपूर्ण है. विश्वसनीय साइटों से ही डाउनलोड करने की आदत अपनाने से इसका खतरा कम हो जाता है."
Cyber Insurance है वक्त की मांग, आप भी कराएं पर पॉलिसी लेते वक्त रखें कुछ बातों का ध्यान
साइबर वित्तीय बाजारों में स्पूफिंग क्या है? इंश्योरेंस में पॉलिसी धारक को विभिन्न प्रकार के साइबर क्राइम और फ्रॉड के खिलाफ कवर दिया जाता है.
साइबर इंश्योरेंस (Cyber Insurance) साइबर फ्रॉड से नुकसान की भरपाई के अलावा तीसरे पक्ष के दावे की वजह से आई वित्तीय देनद . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : June 07, 2022, 08:00 IST
नई दिल्ली. देश में डिजिटल लेन-देन (Digital Transactions) और सोशल मीडिया का चलन तेजी से बढ़ रह है. इसके साथ ही वित्तीय और निजी जानकारियों के लीक होने तथा आर्थिक धोखाधड़ी की घटनाएं भी बढ़ रही हैं. साइबर अपराधी कई तरीकों से आपके कीमती डेटा, पहचान और पैसों इत्यादि की चोरी कर सकते हैं या उनको नुकसान पहुंचा सकते हैं. इस तरह के होने वाले साइबर क्राइम (cyber crime) से बचाव में साइबर इंश्योरेंस (Cyber Insurance) बहुत मददगार है. साइबर इंश्योरेंस में पॉलिसी धारक को विभिन्न प्रकार के साइबर क्राइम और फ्रॉड के खिलाफ कवर दिया जाता है.
साइबर इंश्योरेंस साइबर फ्रॉड से नुकसान की भरपाई के अलावा तीसरे पक्ष के दावे की वजह से आई वित्तीय देनदारियों को भी कवर करता है. फिशिंग और ईमेल स्पूफिंग का शिकार बनाकर अगर कोई आपके पैसे हड़प लेता है तो इस साइबर क्राइम से आपको हुए नुकसान की भरपाई भी बीमा कंपनी करती है. यही नहीं कॉम्प्रिहेंसिव साइबर इंश्योरेंस प्लान किसी साइबर हमले का शिकार होने के बाद हुए मानसिक आघात, तनाव या घबराहट की वजह से अगर बीमाधारक को मेडिकल काउंसलिंग लेनी पड़े तो, इस पर हुए खर्च की भी भरपाई करता है.
Fraud: नए-नए तरीकों से खाते खाली कर रहे हैं जालसाज, बचने के लिए अपनाएं ये तरीके
- ठगी से बचने का सबसे बेस्ट तरीका है कि फोन पर किसी को भी अपने बैंक खाते या कार्ड की डिटेल न दें।
- बैंक आए दिन यह सूचना ग्राहकों को देते रहते हैं कि बैंक अधिकारी ग्राहकों से कभी भी फोन, मैसेज, वित्तीय बाजारों में स्पूफिंग क्या है? ईमेल या किसी लिंक के जरिए उनकी बैंकिंग डिटेल्स नहीं मांगते हैं।
- फोन, ईमेल, एसएमएस, वॉट्सऐप के माध्यम से नौकरी, पॉलिसी बोनस, लॉटरी, सस्ता लोन आदि के ऑफर पर भरोसा न करें।
जालसाज नित नए-नए हथकंडों के जरिए ठगी की कोशिश कर रहे हैं। कभी रिवॉर्ड, कभी अच्छा प्रीमियम, कभी कैशबैक आदि का लालच जालसाज लोग, ग्राहकों को देते हैं। फोन कॉल, एसएमएस, ईमेल जैसी टेक्नोलॉजी की मदद से साइबर ठगी को अंजाम दिया जा रहा है। कॉल स्पूफिंग की भी मदद ली जा रही है। जालसाज ऐप के जरिए कॉल को स्पूफ करते हैं और ग्राहकों को वह नंबर शो होता है, जिसे जालसाज दिखाना चाहते हैं। ग्राहकों को लगता है कि बैंक या किसी कंपनी के आधिकारिक कस्टमर केयर नंबर से कॉल या मैसेज आया है, इसलिए वे प्रतिक्रिया देते हैं और फिर जालसाजों के झांसे में आ वित्तीय बाजारों में स्पूफिंग क्या है? जाते हैं। अगर ग्राहक थोड़ी सी सावधानी बरतें तो फ्रॉड से बचा जा सकता है।
साइबर इंश्योरेंस (Cyber Insurance) साइबर फ्रॉड से नुकसान की भरपाई के अलावा तीसरे पक्ष के दावे की वजह से आई वित्तीय देनद . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : June 07, 2022, 08:00 IST
नई दिल्ली. देश में डिजिटल लेन-देन (Digital Transactions) और सोशल मीडिया का चलन तेजी से बढ़ रह है. इसके साथ ही वित्तीय और निजी जानकारियों के लीक होने तथा आर्थिक धोखाधड़ी की घटनाएं भी बढ़ रही हैं. साइबर अपराधी कई तरीकों से आपके कीमती डेटा, पहचान और पैसों इत्यादि की चोरी कर सकते हैं या उनको नुकसान पहुंचा सकते हैं. इस तरह के होने वाले साइबर क्राइम (cyber crime) से बचाव में साइबर इंश्योरेंस (Cyber Insurance) बहुत मददगार है. साइबर इंश्योरेंस में पॉलिसी धारक को विभिन्न प्रकार के साइबर क्राइम और फ्रॉड के खिलाफ कवर दिया जाता है.
साइबर इंश्योरेंस साइबर फ्रॉड से नुकसान की भरपाई के अलावा तीसरे पक्ष के दावे की वजह से आई वित्तीय देनदारियों को भी कवर करता है. फिशिंग और ईमेल स्पूफिंग का शिकार बनाकर अगर कोई आपके पैसे हड़प लेता है तो इस साइबर क्राइम से आपको हुए नुकसान की भरपाई भी बीमा कंपनी करती है. यही नहीं कॉम्प्रिहेंसिव साइबर इंश्योरेंस प्लान किसी साइबर हमले का शिकार होने के बाद हुए मानसिक आघात, तनाव या घबराहट की वजह से अगर बीमाधारक को मेडिकल काउंसलिंग लेनी पड़े तो, इस पर हुए खर्च की भी भरपाई करता है.
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