एक नया एशियाई इतिहास बनाना
- फिर से पुराने एशिया की महिमा , औपनिवेशिक काल में इसकी गिरावट , और इसके और अधिक हाल ही में वृद्धि – यह न केवल एशिया के इतिहास में बल्कि विदेशी मुद्रा व्यापार पश्चिम बंगाल दुनिया के इतिहास से स्पष्ट है।
- लगभग तीन सदियों के लिए , एशिया की भू-राजनीतिक और भू-आर्थिक वास्तविकताओं को नकारात्मक रूप से यूरोप और सामान्य रूप से पश्चिम से प्रभावित थे।
✓✓ एशिया अब अपना विदेशी मुद्रा व्यापार पश्चिम बंगाल भाग्य लिखने के लिए शुरू हो गया है।
=>" चीन और भारत: दो एशियाई टाइगर्स"
✓✓ मुख्य रूप से चीन और भारत की अर्थव्यवस्थाओं की उन्नति के कारण 21 वीं सदी को एशियाई सदी कहा जाता है।
✓✓ चीन अपने 10 खरब $ अर्थव्यवस्था और विशाल विदेशी मुद्रा भंडार के साथ , यूरोप , अफ्रीका और एशिया के अन्य देशों के साथ व्यापार संपर्क स्थापित करने के लिए कोशिश कर रहा है।
- सुपर महत्वाकांक्षी ‘ सिल्क रोड आर्थिक बेल्ट ’ और ’21 वीं सदी के समुद्री सिल्क रोड ’ की योजना निर्यात के लिए बाजार बनाने और एक क्षेत्रीय महाशक्ति होने में एक फर्म की स्थिति को सुरक्षित करने के लिए चीन द्वारा अनावरण किया गया है।
✓✓ दूसरी ओर भारत अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के माध्यम से दुनिया तक पहुँचने की कोशिश कर रहा है।
- जैसे कि ‘ मौसम ’ और ‘ विदेशी मुद्रा व्यापार पश्चिम बंगाल स्पाइस ’ रूट ‘ हिंद महासागर क्षेत्र के रूप में और परे क्षेत्रीय सहयोग की पहल के संबंध में भारत द्वारा की गई पहल हैं।
[‘ मौसम ’ परियोजना भारतीय महासागर के साथ अपने पारंपरिक व्यापार भागीदारों के साथ भारत के प्राचीन समुद्री मार्गों की पुन: स्थापना की परिकल्पना है। यह भारत के स्पाइस रूट ‘ एशिया , यूरोप और अफ्रीका में ऐतिहासिक समुद्री मार्गों की भारत केंद्रित लिंक-अप परिकल्पना जून 2014 में शुरू किया गया था।]
✓✓ यह चीन की रणनीति हो या भारत की , न तो पूरी तरह या सुचारू रूप से दुनिया के दो सबसे अधिक आबादी वाला औरअमीर देशों के बीच एक मजबूत साझेदारी के बिना दक्षिण एशिया में एक वास्तविकता बन सकता है।
=> बांग्लादेश-चीन-भारत-म्यांमार (बीसीआईएम):-
✓✓ इस रणनीति की सफलता की कुंजी , बांग्लादेश-चीन-भारत-म्यांमार (बीसीआईएम) गलियारे में कार्यान्वयन है | जो दक्षिणी चीन के कुनमिंग कोलकाता से खींच कर क्षेत्र में आधुनिक सड़क , रेलवे , बंदरगाह और संचार और व्यापार संपर्कों का एक नेटवर्क परिकल्पना की गई है।
- हालांकि बीसीआईएम दुनिया में सबसे अमीर क्षेत्रों में से एक है , – लगभग 500 लाख लोगों के लिए प्राकृतिक और मानव संसाधनों और घर के संदर्भ में है -यह सामाजिक रूप से आर्थिक रूप से और कम से कम एकीकृत क्षेत्रों में से एक है।
- जब उदाहरण के लिए ‘Chicken’s Neck’, उत्तर पश्चिम बंगाल की भूमि की संकरी पट्टी के माध्यम से यात्रा , अगरतला कोलकाता से 1,650 किलोमीटर की दूरी पर है , जो केवल 23 किमी चौड़ा है। यात्रा बांग्लादेश से होकर गुजरती है , तो इसके विपरीत , दूरी सिर्फ 350 किलोमीटर तक कम हो जाती है।
- भारत की आजादी के बाद कोलकाता के आर्थिक गिरावट के पीछे कम से कम एक प्रमुख कारण था कि यह अपनी प्राकृतिक पूर्वी पड़ोस से अप्राकृतिक अलगाव है।इसके अलावा पश्चिम बंगाल और भारत के उत्तर-पूर्व के विकास डेंटिंग से , बांग्लादेश को चोट लगी है।
- लगभग 200 खरब घन फुट , एशिया-प्रशांत में सबसे बड़ा प्राकृतिक गैस के भंडार के साथ , बांग्लादेश प्रमुख ऊर्जा निर्यात करने वाले देशों में से एक बन सकता है।
- फिर भी , आज यह भारत से बिजली की 500 मेगावाट का आयात करता है और म्यांमार से एक समान राशि का आयात करने की योजना बना रहा है।
- बांग्लादेश में एक वर्ष में कम से कम एक लाख विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करती है। भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों के लिए यह आंकड़ा कम से कम 2,00,000 है। इस तथ्य के विपरीत वियतनाम 8 लाख आकर्षित करता है , कंबोडिया 5 लाख , और थाईलैंड 26 लाख विदेशी पर्यटक प्रतिवर्ष |
UPSC परीक्षा कम्प्रेहैन्सिव न्यूज़ एनालिसिस - 14 October, 2022 UPSC CNA in Hindi
निम्नलिखित में से किस राष्ट्रीय उद्यान का उल्लेख यहाँ किया जा रहा है?
(a) बलफकरम राष्ट्रीय उद्यान
(b) देहिंग पटकाई राष्ट्रीय उद्यान
(c) मौलिंग राष्ट्रीय उद्यान
(d) नमदाफा राष्ट्रीय उद्यान
उत्तर: d
व्याख्या:
- नमदाफा राष्ट्रीय उद्यान वर्ष 1983 में अरुणाचल प्रदेश में स्थापित एक विशाल संरक्षित क्षेत्र है।
- 1,000 से अधिक फूलों और लगभग 1,400 जीव प्रजातियों के साथ, यह पूर्वी हिमालय में एक जैव विविधता हॉटस्पॉट है।
- यह पूर्वोत्तर भारत में अरुणाचल प्रदेश राज्य में चांगलांग जिले के भीतर भारत और म्यांमार के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित है।
- यह दुनिया का एकमात्र उद्यान है जहां बड़ी बिल्ली की चार प्रजातियां हैं बाघ (पैंथेरा टाइग्रिस), तेंदुआ (पैंथेरा पार्डस), हिम तेंदुआ (पैंथेरा उनसिया) और धूमिल तेंदुआ (नियोफेलिस नेबुलोसा) पाई जाती हैं।
- हालाँकि, राष्ट्रीय उद्यान में हिम तेंदुओं को अभी तक न तो देखा गया है और न ही दर्ज किया गया है और हाल के सर्वेक्षण के आधार पर वन्यजीव अधिकारियों को हिम तेंदुए की मौजूदगी की पुष्टि का इंतजार है।
- भारत में पाई जाने वाली एकमात्र ‘वानर’ प्रजाति, हूलॉक गिबन्स, इस राष्ट्रीय उद्यान में पाई जाती है।
प्रश्न 5. भारत के संदर्भ में, ‘अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA)’ के ‘अतिरिक्त नयाचार (एडिशनल प्रोटोकॉल)’ का अनुसमर्थन करने का निहितार्थ क्या है? (CSE-PYQ-2018)(स्तर – कठिन)
(a) असैनिक परमाणु रिएक्टर IAEA के रक्षोपायों के अधीन आ जाते हैं।
(b) सैनिक परमाणु अधिष्ठान IAEA के निरीक्षण के अधीन आ जाते हैं।
(c) देश के पास नाभिकीय पूर्तिकर्ता समूह (NSG) से यूरेनियम के क्रय का विशेषाधिकार हो जाएगा।
(d) देश स्वतः NSG का सदस्य बन जाता है।
उत्तर: a
व्याख्या:
- पुराने आईएईए (International Atomic Energy Agency (IAEA)) सुरक्षा उपायों के तहत सभी एनपीटी हस्ताक्षरकर्ता अपने परमाणु स्थलों को निर्दिष्ट करेंगे और आईएईए निर्दिष्ट स्थलों का निरीक्षण करेगा।
- इस प्रकार, आईएईए, पुराने सुरक्षा उपायों के तहत, केवल किसी देश द्वारा घोषित या निर्दिष्ट स्थलों पर ही अनधिकृत गतिविधियों के लिए निरीक्षण कर सकता था।
- इस प्रकार इसने मूल रूप से राष्ट्रों के लिए गुप्त परमाणु कार्यक्रम चलाने का एक विकल्प खुला छोड़ दिया – जैसा कि इराक के मामले में हुआ था।
- इस प्रकार, वर्ष 1993 में, IAEA ने मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा करने के लिए अतिरिक्त प्रोटोकॉल (AP) तैयार किए।
- हालांकि, भारत विशिष्ट अतिरिक्त प्रोटोकॉल आईएईए को उन गतिविधियों में बाधा डालने या हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं देते हैं जो भारत के सुरक्षा समझौतों के दायरे से बाहर हैं, इस प्रकार भारत IAEA समझौते के बाहर एक सैन्य परमाणु कार्यक्रम के संचालन का अधिकार सुरक्षित रखता है।
UPSC मुख्य परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न :
प्रश्न 1. “पेलेट संयंत्र और टॉरफेक्शन दिल्ली के प्रदूषण का जवाब हो सकता है”। व्याख्या कीजिए। (150 शब्द, 10 अंक) (जीएस-3; पर्यावरण)
प्रश्न 2.”मनरेगा योजना महामारी के दौरान और बाद विफलता और एक सफलता दोनों थी”। समालोचनात्मक विश्लेषण कीजिए। (250 शब्द, 15 अंक) (जीएस-2; शासन)
इंडियन बैंक के कार्यपालक निदेशक
श्री इमरान अमीन सिद्दीकी एचबीटीआई, कानपुर से इंजीनियरिंग में स्नातक हैं। वे इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकर्स के प्रमाणित एसोसिएट हैं। उन्होंने अपना बैंकिंग करियर 28 दिसंबर 1987 को एसएसआई फील्ड अधिकारी के रूप में शुरू किया था। उन्हें बैंकिंग के विविध क्षेत्रों में 33 वर्षों से अधिक का अनुभव प्राप्त है।
श्री सिद्दीकी कारोबार विकास की पृष्ठभूमि से जुड़े हुए हैं जिसके पीछे उनका 07 वर्षों का अंचल प्रबंधक एवं क्षेत्र महा प्रबंधक का अनुभव है। वे कोलकाता अर्बन, बारासत जैसे अंचल कार्यालयों में अंचल प्रबंधक रहे हैं एवं उन्होंने क्षेत्र महाप्रबंधक के तौर पर संपूर्ण पश्चिम बंगाल व उत्तर-पूर्वी राज्यों का नेतृत्व संभाला था। उन्होंने प्रशासनिक कार्यालयों में विविध प्रकार के वर्टीकल्स में भी अपनी सेवाएँ दी हैं।
कॉर्पोरेट स्तर पर उन्होंने ऋण विभाग एवं ऋण निगरानी विभाग का कुशल नेतृत्व किया है। श्री सिद्दीकी पदोन्नति से पूर्व कॉर्पोरेट कार्यालय, चेन्नै में संसाधन एवं सरकारी संबंध विभाग के प्रमुख थे।
श्री अश्वनी कुमार
श्री अश्वनी कुमार ने 21 अक्तूबर, 2021 को कार्यपालक निदेशक के रूप में कार्यभार ग्रहण किया ।
श्री अश्वनी कुमार एक चार्टेड अकाऊंटेंट, कॉमर्स में स्नातकोत्तर एवं इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकर्स के प्रमाणित सदस्य भी हैं। उन्हें दो दशकों से भी अधिक वर्षों का बैंकिंग अनुभव है। इंडियन बैंक में कार्यपालक निदेशक के रूप में पदभार ग्रहण करने से पूर्व वे पंजाब नैशनल बैंक के मुंबई अंचल कार्यालय में मुख्य महाप्रबंधक के रूप में सेवारत थे।
श्री अश्वनी कुमार, सार्वजनिक क्षेत्र के चार बैंकों, बैंक ऑफ बड़ौदा, कॉर्पोरेशन बैंक, ओबीसी एवं पीएनबी के कई कार्यालयों में विभिन्न पदों पर कार्य करते हुए सफलता की सीढ़ीयाँ चढ़े। उन्हें होलसेल बैंकिंग अनुभाग एवं कई शाखाओं (इंडस्ट्रियल फाइनेंस शाखाएँ व एलसीबी सहित) के प्रमुख के रूप में कार्य करने का अनुभव है। महाप्रबंधक के रूप में, वे मिड कॉर्पोरेट और बृहत कॉर्पोरेट वर्टिकल का नेतृत्व कर रहे थे एवं सीएफओ भी थे।
उन्होंने आईआईएम व काफराल समेत भारत एवं विदेशों के प्रमुख संस्थानों के कई प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लिया हैं। उन्होंने आईबीए व इगॉन ज़ेह्न्डर इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के परामर्श में बैंक बोर्ड ब्यूरो द्वारा आयोजित आईआईएम बैंगलोर के लीडरशिप डेवलपमेंट कार्यक्रम को भी पूर्ण कर लिया है।
श्री महेश कुमार बजाज
श्री महेश कुमार बजाज ने 21 नवंबर, 2022 को कार्यपालक निदेशक के रूप में पदभार ग्रहण किया
श्री महेश कुमार बजाज, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से एप्लाइड मैथमेटिक्स में स्नातकोत्तर ( M.Sc.) हैं और वे इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकर्स के सर्टिफाइड एसोसिएट भी हैं।
जून, 1993 में इंडियन बैंक में प्रोबेशनरी ऑफिसर के तौर पर अपने बैंकिंग करियर की शुरुआत करते हुए उनको भारत व सिंगापूर में विविध क्षेत्रों में 29 वर्ष से भी अधिक का बैंकिंग अनुभव है। अपने कार्यकाल के दौरान , उन्होंने बैंकिंग के सभी प्रमुख क्षेत्रों जैसे कॉर्पोरेट, ट्रांज़ेक्शन , खुदरा , ग्रामीण , राजकोष एवं फोरेक्स , एनपीए प्रबंधन , मानव संसाधन प्रबंधन एवं आंतरिक लेखापरीक्षा में विभिन्न पदों पर कार्य किया। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय डिवीजन , इंटीग्रेटिड ट्रेजरी एवं बैंक की लार्ज क्रेडिट शाखाओं का नेतृत्व भी किया है। इंडियन बैंक की सिंगापूर शाखा के सीईओ के तौर पर उन्होंने कई नए कदम उठाए , जिसमें प्रक्रिया एवं कार्यप्रणाली की समीक्षा के लिए बीपीआर समिति का गठन , अनुपालन की मदों का सुदृढ़ीकरण , एचआर एवं आईटी संबंधी उत्कृष्ट प्रयास करना प्रमुख हैं। एकीकरण प्रबंधन कार्यालय के महाप्रबंधक के रूप में कार्य करते हुए उन्होंने इलाहाबाद बैंक के इंडियन बैंक में सफल समामेलन में मुख्य भूमिका निभाई।
महाप्रबंधक की भूमिका में उन्होंने इंडियन बैंक के ट्रांसफोर्मेशन मैनेजमेंट ऑफिस, बिज़नेस प्रोसेस रीइंजीनियरिंग, डिजिटाइज़ेशन, एनालिटिक्स सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, मार्केटिंग एवं कॉर्पोरेट कम्यूनिकेशन विभागों का नेतृत्व किया। वे बैंक के डिजिटल एवं परिचालन मॉडल ट्रांसफोर्मेशन प्रोजेक्ट – प्रोजेक्ट वेव (WAVE – World of Advanced Virtual Experience ) एवं प्रोजेक्ट लीप (LEAP – Leadership through Efficiency, Agility and Process Transformation) का भी नेतृत्व कर रहे थे।
एक प्रबल जिज्ञासु की भांति उन्होंने मॉनेटरी अथॉरिटी ऑफ सिंगापूर (MAS ) , आईआईएम (अहमदाबाद व बेंगलुरु) , आईआईएफ़टी ( Indian Institute for Foreign Trade) दिल्ली एवं काफराल ( CAFRAL ) सहित सिंगापूर व भारत में कई प्रमुख संस्थानों के प्रशिक्षण कार्यक्रमों एवं कार्यशालाओं में भाग लिया है। उन्होंने भारतीय कॉर्पोरेट कार्य संस्थान द्वारा संचालित कॉर्पोरेट गवर्नेंस प्रोग्राम के अलावा बैंक्स बोर्ड ब्यूरो (वर्तमान में एफ़एसआईबी) द्वारा आयोजित आईआईएम बेंगलुरु के लीडरशिप डेवेलपमेंट प्रोग्राम को भी पूर्ण किया।
श्री महेश कुमार बजाज, एक्सपीरियन क्रेडिट इन्फोर्मेशन कंपनी ऑफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड एवं रिलायंस एआरसी लिमिटेड के बोर्ड में भी गैर-कार्यकारी निदेशक के पद पर रहे हैं। वर्तमान में वे मैसर्स यूनिवर्सल सोम्पो जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के बोर्ड एवं इसकी विभिन्न समितियों में गैर-कार्यकारी निदेशक हैं।
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार पांचवें सप्ताह इजाफा, पर गोल्ड रिजर्व में 29.6 करोड़ डॉलर की गिरावट
LagatarDesk : भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार पांचवें सप्ताह इजाफा हुआ है. 9 दिसंबर को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 2.91 अरब डॉलर बढ़कर 564.07 अरब डॉलर पहुंच गया. पांच सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में 34.08 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है. वहीं साल की शुरूआत में विदेशी मुद्रा भंडार 632.7 अरब डॉलर पर था. इस तरह एक साल में देश का भंडार 68.63 अरब डॉलर घटा है. वहीं फॉरेन करेंसी एसेट्स (एफसीए), इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड यानी आईएमएफ (IMF) में मिला देश का एसडीआर यानी स्पेशल ड्राइंग राइट और आईएमएफ में रखा आरक्षित मुद्रा भंडार में भी इजाफा हुआ है. हालांकि बीते सप्ताह गोल्ड रिजर्व में गिरावट दर्ज की गयी. आरबीआई ने शुक्रवार को आंकड़ा जारी कर इस बात की जानकारी दी. (पढ़ें, आईजीएल ने फिर बढ़ाये सीएनजी के दाम, 10 माह में 23.55 रुपये प्रति किलो महंगी हुई गैस)
रिपोर्टिंग वीक में एफसीए 3.141 अरब डॉलर बढ़कर 500.125 अरब डॉलर पहुंचा
रिपोर्टिंग वीक में फॉरेन करेंसी एसेट्स (एफसीए) 3.141 अरब डॉलर बढ़कर 500.125 अरब डॉलर हो गयी. इससे पहले 2 दिसबंर को एफसीए 9.694 अरब डॉलर के उछाल के साथ 496.984 अरब डॉलर पर जा पहुंचा था. वहीं 25 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में एफसीए 3 अरब डॉलर बढ़कर 487.29 अरब डॉलर पर पहुंचा गया था. जबकि 18 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में एफसीए 1.76 बिलियन डॉलर उछलकर 484.288 बिलियन डॉलर हो गया था. बता दें कि विदेशी मुद्रा भंडार में फॉरेन करेंसी एसेट्स का अहम हिस्सा होता है. इसके बढ़ने और घटने से देश के भंडार पर सीधा असर पड़ता है. फॉरेन करेंसी एसेट्स में डॉलर के अलावा यूरो, पाउंड और येन जैसी मुद्राओं को भी शामिल किया जाता है.
समीक्षाधीन सप्ताह में गोल्ड रिजर्व में आयी गिरावट
आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन सप्ताह में गोल्ड रिजर्व में गिरावट दर्ज की गयी है. 9 दिसंबर को खत्म हुए सप्ताह में स्वर्ण भंडार 29.6 करोड़ डॉलर घटकर 40.729 अरब डॉलर रह गया. इससे पहले यह 1.086 अरब डॉलर बढ़कर 41.025 अरब डॉलर पर जा पहुंचा था. हालांकि इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड यानी आईएमएफ (IMF) में मिला देश का एसडीआर यानी स्पेशल ड्राइंग राइट 6.1 करोड़ डॉलर बढ़कर विदेशी मुद्रा व्यापार पश्चिम बंगाल 18.106 अरब डॉलर हो गया. जो पिछले सप्ताह 16.4 करोड़ डॉलर घटकर 18.04 अरब डॉलर पर आ गया था. जबकि आईएमएफ में रखा आरक्षित मुद्रा भंडार 20 लाख डॉलर बढ़कर 5.11 अरब डॉलर हो गया. बीते सप्ताह आरक्षित मुद्रा भंडार 7.5 करोड़ डॉलर घटकर 5.108 अरब डॉलर रह गया था.
लगातार को पढ़ने और बेहतर अनुभव के लिए डाउनलोड करें एंड्रॉयड ऐप। ऐप डाउनलोड करने के लिए क्लिक करे
भारत के कोष में रिकॉर्ड 14.72 अरब डॉलर का आया था उछाल
आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले 2 दिसंबर को समाप्त हुए सप्ताह में यह 11.02 अरब डॉलर बढ़कर 561.16 अरब डॉलर पर पहुंच गया था. इससे पहले 25 नवंबर को समाप्त हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 2.89 अरब डॉलर की उछाल के साथ 550.14 अरब डॉलर पर आ गया. 18 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में भारत का कोष 2.54 अरब डॉलर बढ़कर 547.25 अरब डॉलर पहुंच गया. 1 नवंबर को समाप्त हुए सप्ताह में भारत का भंडार 14.72 अरब डॉलर के जबरदस्त उछाल के साथ 544.715 अरब डॉलर पर जा पहुंचा था. जो अगस्त 2021 के बाद सबसे अधिक इजाफा था.
अक्टूबर-नवंबर में भारत का कोष 4 बार घटा और तीन बार बढ़ा
आरबीआई विदेशी मुद्रा व्यापार पश्चिम बंगाल के आंकड़ों के अनुसार, 4 नवंबर को समाप्त हुए सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 1.09 अरब डॉलर घटकर 529.99 अरब डॉलर रह गया था. वहीं 28 अक्टूबर को खत्म हुए सप्ताह में यह 6.56 अरब डॉलर बढ़कर 561.08 अरब डॉलर पर पंहुच गया था. जबकि इससे पहले देश का कोष लगातार घट रहा था. 21 अक्टूबर को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 3.85 अरब डॉलर घटकर 524.52 अरब डॉलर पर आ गया था. 14 अक्टूबर को खत्म हुए हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 4.50 अरब डॉलर घटकर 528.37 अरब डॉलर पर आ गया था. 7 अक्टूबर को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 20.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 532.868 अरब डॉलर पर पंहुच गया था. वहीं 30 सितंबर को खत्म हुए सप्ताह में यह 4.विदेशी मुद्रा व्यापार पश्चिम बंगाल 854 अरब डॉलर घटकर 532.66 अरब डॉलर पर पहुंच गया. जबकि 3 सितंबर 2021 को विदेशी मुद्रा भंडार 642.45 बिलियन डॉलर के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया था.
ग्लोबल संकट से निपटने के लिए भारत के पास पर्याप्त भंडार-निर्मला सीतारमण
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि भारत के पास दुनिया में सबसे ज्यादा विदेशी मुद्रा भंडार है. ये किसी भी ग्लोबल संकट से निपटने के लिए पर्याप्त है. हाल के दिनों में आरबीआई ने डॉलर की जबरदस्त खरीदारी की है. वहीं अक्टूबर 2021 में विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर रहा था. लेकिन रुपये को गिरने से बचाने के लिए आरबीआई डॉलर बेचती रही है. जिसकी वजह से विदेशी मुद्रा में गिरावट देखने को मिली थी. 8 दिसंबर की मॉनिटरी पॉलिसी के ऐलान के दौरान आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास ने भी कहा कि डॉलर की मजबूती के बाद भी बाकी देशों की करेंसी के मुकाबले रुपये में कम गिरावट आया है. विदेशी मुद्रा भंडार संतोषजनक बना हुआ है. वहीं शुक्रवार को करेंसी बाजार बंद होने पर रुपया 10 पैसे की कमजोरी के साथ 82.86 रुपये पर बंद हुआ.
8.15 करोड़ कैश, खाते में 20 करोड़. कोलकाता में CA के पास रेड में मिला खजाना
एक चार्टर्ड अकाउंटेंट की कार और उसके आवास से रेड के दौरान कोलकाता पुलिस ने 8 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद की है. सीए के बैंक खातों में भी 20 करोड़ रुपये से अधिक की राशि होने का पता चला है. पुलिस ने सीए के खिलाफ रेड की कार्रवाई केनरा बैंक की शिकायत पर की थी. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है.
aajtak.in
- कोलकाता,
- 17 अक्टूबर 2022,
- (अपडेटेड 17 अक्टूबर 2022, 11:59 AM IST)
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के एक चार्टर्ड अकाउंटेंट के पास से 8.15 करोड़ रुपये विदेशी मुद्रा व्यापार पश्चिम बंगाल नकद बरामद हुए हैं. जासूसी विभाग की एंटी बैंक फ्रॉड सेक्शन ने चार्टर्ड अकाउंटेंट की कार से दो करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद की. इसके बाद कोलकाता पुलिस ने सीए शैलेष पांडेय के हावड़ा के शिवपुर स्थित आवास पर छापेमारी की. आवास पर छापेमारी के दौरान 5.95 करोड़ रुपये नकद बरामद किए गए. कोलकाता पुलिस ने शैलेष और उसके भाई अरविंद पांडेय के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक सीए शैलेष पांडेय के दो बैंक खातों में भी 20 करोड़ रुपये जमा थे. इन खातों को भी सीज करने की कार्रवाई की जा रही है. कोलकाता पुलिस शैलेष पांडेय की तलाश में जुटी है. वह फरार बताया जा रहा है. कोलकाता पुलिस के जासूसी विभाग की एंटी बैंक फ्रॉड सेक्शन ने 15 अक्टूबर की आधी रात को हावड़ा में छापेमारी की. इस छापेमारी के दौरान 2 करोड़ 20 लाख 50 हजार रुपये नकद बरामद हुए. ये बरामदगी एक कार से हुई. इसके बाद पुलिस हावड़ा के शिवपुर स्थित शैलेष पांडेय के फ्लैट पर पहुंची.
पुलिस के मुताबिक फ्लैट लॉक था. दरवाजा तोड़कर पुलिस की एंटी बैंक फ्रॉड सेक्शन टीम जब फ्लैट के अंदर दाखिल हुई तो भारी मात्रा में नकदी के साथ ही हीरे, सोने-चांदी के जेवर भी मिले. शैलेष पांडेय के आवास से 5.95 करोड़ रुपये नकद बरामद किए गए. कोलकाता पुलिस ने शैलेष पांडेय की कार और आवास से 8.15 करोड़ रुपये नकद और जेवर जब्त किए हैं. कोलकाता पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है. पुलिस अब मुख्य आरोपी शैलेष पांडेय की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है.
सम्बंधित ख़बरें
लॉज में पुलिस ने मारी रेड, फर्जी DIG के पास मिला ये सामान
शराब घोटले में ED का ताबड़तोड़ एक्शन, अबतक 150 ठिकानों पर रेड
UP की तरह बंगाल में भी चलेंगे बुलडोजर, शुभेंदु अधिकारी ने किया दावा
गंगासागर मेले को लेकर ममता सरकार ने शुरू की तैयारियां, 8 से 17 जनवरी के बीच होगा भव्य आयोजन
क्रिसमस के लिए तैयार बंगाल, सजावटी सामान और सांता से सजी दुकानें
सम्बंधित ख़बरें
केनरा बैंक की शिकायत पर एक्शन
सूत्रों की मानें तो कोलकाता पुलिस ने ये कार्रवाई केनरा बैंक की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर की. सूत्रों का दावा है कि केनरा बैंक के एक खाते में संदिग्ध लेनदेन देख बैंक प्रशासन ने इस पर नजर रखनी शुरू की. केनरा बैंक के अधिकारियों ने कोलकाता के लालबाजार थाने में धोखाधड़ी की शिकायत दी जिसके आधार पर मामला दर्ज कर कोलकाता पुलिस की जासूसी विभाग की एंटी बैंक फ्रॉड यूनिट ने जांच शुरू कर दी. आरोपी की कार की तलाशी ली गई तो उसमें 2 करोड़ 20 लाख रुपये नकद के साथ ही हीरे और अन्य जवाहरात बरामद किए गए.
कई जगह सर्च जारी
कोलकाता पुलिस के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है. कई अन्य जगहों पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. कोलकाता पुलिस के सूत्रों की मानें तो शैलेष पांडेय और अन्य आरोपियों ने आपराधिक साजिश के तहत केनरा बैंक की नरेंद्रपुर शाखा में 16 स्ट्रैंड रोड कोलकाता 700001 के पते पर फर्जी दस्तावेज के सहारे दो कंपनियों के नाम खाता खोला और बड़ा लेनदेन किया. धन के फ्लो की जांच की गई तो कई खातों का पता चला. कुछ शुरुआती लेनदेन की जांच की गई तो ये विदेशी मुद्रा व्यापार से जुड़े ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के बहाने केनरा बैंक के इन खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए थे.
दो खातों में 20 करोड़
कोलकाता पुलिस के सूत्रों की मानें तो अब तक दो बैंक खातों में करीब 20 करोड़ रुपये की धनराशि का पता चला है जिन्हें ब्लॉक किया जा सकता है. कोलकाता पुलिस ने फरार चार्टर्ड अकाउंटेंट विदेशी मुद्रा व्यापार पश्चिम बंगाल शैलेष पांडेय और उसके भाई अरविंद पांडेय के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी कर दिया है. आरोपी के फ्लैट से दो लैपटॉप, एक टैबलेट और कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट कोलकाता पुलिस ने जब्त कर लिए हैं.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 655