कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि छोटे निवेशकों के लिए म्युचुअल फंडों के द्वारा वैश्विक शेयरों में निवेश करना, सीधे शेयरों में निवेश करने से बेहतर होता है। ज्यादा सलाहकार पहली बार इक्विटी में निवेश करने वाले निवेशकों को डायवर्सिफाइड इक्विटी फंड्स में निवेश करने की सलाह देते हैं। इनमें उन फंडों को पहला विकल्प रखना चाहिए जो कि दुनिया भर में निवेश करते हैं। इसी तरह समझदार हाई नेटवर्थ वाले यानी बड़े निवेशक, जिनके पास पर्याप्त संसाधन हैं और जो सभी तरह की रिपोर्टिंग और रिसर्च को हासिल कर सकते हैं, वे रुपये के प्रभुत्व वाले ग्लोबल फंडों कई कारोबारों में निवेश के साथ ही सीधे शेयरों में निवेश कर सकते हैं या अन्य इक्विटी विकल्पों में जो LRS के मुताबिक उनके लिए उपलब्ध हो।
MSME Update: अब आसानी से मिलेगा लोन, छोटे कारोबारों पर बड़े कारपोरेटों का कब्जा
By: ABP Live | Updated at : 30 Jun 2022 01:32 PM (IST)
MSME Update: केंद्र सरकार की ओर से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम (MSME) सेक्टर के अच्छे भविष्य के लिए कई योजनाएं बनाई हैं. मोदी सरकार भारतीय अर्थव्यवस्था में एमएसएमई को मजबूत कड़ी के तौर पर देख रही है. आपको बता दें कि भारत में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (MSME) सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला सेक्टर माना जा रहा है. पिछले कुछ सालों से इस सेक्टर में लोगों ने कई व्यापार शुरू कर हज़ारों लोगों को रोजगार दिया है.
अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई दिवस पर सीआईआई की तरफ से आयोजित सम्मेलन में एमएसएमई के सचिव बीबी स्वैन ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार इस श्रेणी के उद्यमियों को आसानी से लोन उपलब्ध कराने के प्रयास में है.
3.47 लाख करोड़ रु का कर्ज मंजूर
सचिव बीबी स्वैन ने कहा कि किफायत लोन तक पहुंच सभी के लिए एक चुनौती से कम नहीं है और इस समस्या के समाधान को लेकर प्रयास किए हैं. स्वैन ने कहा कई कारोबारों में निवेश कि, ‘हम छोटे उद्यमों को भी औपचारिक ढांचे में लाने की दिशा में काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आपातकालीन लोन गारंटी योजना के तहत 3.47 कई कारोबारों में निवेश लाख करोड़ रु के लोन मंजूर किए हैं. इसमें से 2.31 लाख करोड़ के कर्ज MSME क्षेत्र को दिए हैं.
बेहतर रिटर्न के लिए म्युचुअल फंडों के जरिये करें शेयरों में निवेश, जानें इसके फायदे और नुकसान
सबसे पहले तो इस पर विचार करते हैं कि किसी को ग्लोबल इक्विटीज यानी वैश्विक शेयर बाजार में निवेश क्यों करना चाहिए? एक भारतीय उपभोक्ता के रूप में हम कई तरह की उच्च गुणवत्ता वाली वस्तुओं और कई कारोबारों में निवेश सेवाओं तक पहुंच का फायदा उठा रहे हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| नई दिल्ली, सबसे पहले तो इस पर विचार करते हैं कि किसी को ग्लोबल इक्विटीज यानी वैश्विक शेयर बाजार में निवेश क्यों करना चाहिए? एक भारतीय उपभोक्ता के रूप में हम कई तरह की उच्च गुणवत्ता वाली वस्तुओं और सेवाओं तक पहुंच का फायदा उठा कई कारोबारों में निवेश रहे हैं जो भारत से बाहर उत्पादित होती हैं, चाहे वह मोबाइल फोन हो या लग्जरी कार। वैश्विक स्तर पर देखें तो बहुत तरह के इनोवेशन या नवाचार हो रहे हैं जो कि हमारे दिन-प्रतिदिन के जीवन पर असर डाल रहे हैं, विभिन्न तरह के उद्योगों में आमूल बदलाव करने वाले। और इन सबका निवेश के लिहाज से भी निहितार्थ होता है। इस समय की बात करें तो भारतीय शेयर बाजार में बहुत कम इनोवेटर सूचीबद्ध है।
बीपीसीएल पेट्रोकेमिकल और गैस कारोबार में 1.4 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेगी
भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड उभरते अवसरों का लाभ उठाने के लिए अपनी रणनीतियों कई कारोबारों में निवेश का फिर से मूल्यांकन कर रही है। कंपनी बीना और कोच्चि में अपनी तेल रिफाइनरियों में पेटकेम (पेट्रो-रसायन) परियोजनाएं भी स्थापित करेगी।
भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) अगले पांच साल में पेट्रोकेमिकल,शहरी गैस और क्लीन एनर्जी में 1.4 लाख करोड़ रुपये निवेश करेगी। दुनिया भर के देशों के स्वच्छ, कार्बन मुक्त ईंधन का विकल्प चुनने के साथ तेल कंपनियां भी हाइड्रोकार्बन संचालन के जोखिम से कई कारोबारों में निवेश बचने के लिए अन्य व्यवसायों की तलाश कर रही कई कारोबारों में निवेश हैं। इलेक्ट्रिक वाहन और हाइड्रोजन पर जोर के साथ कंपनियां इस ओर आकर्षित हो रही हैं।
आगामी ऑफर: आरआईएल का राइट इश्यू 22 मई को खुल सकता है, निवेशकों को हर 15 शेयर पर एक शेयर खरीदने का मिलेगा अधिकार
जियो और रिटेल प्लेटफॉर्म के कारण आने वाले समय में आरआईएल की एक नई और मजबूत ब्रांड पोजिशनिंग बनने की उम्मीद है, महामारी के बीच भी कंपनी के शेयर हाल में काफी उछले हैं और अभी 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर से महज 12 % नीचे हैं
- राइट इश्यू से 53,125 करोड़ रुपए जुटाएगी रिलायंस इंडस्ट्र्रीज
- निवेशकों को आवेदन के साथ 25 फीसदी राशि देनी होगी
सीईओ जेफ बेजोस ने 7100 करोड़ रुपए के निवेश का ऐलान कर अहसान नहीं किया: पीयूष गोयल
नई दिल्ली. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को कहा कि अमेजन के सीईओ जेफ बेजोस ने भारत में एक अरब डॉलर (7100 करोड़ रुपए) के निवेश का ऐलान कर कोई अहसान नहीं किया। गोयल ने भारतीय कारोबार में अमेजन के घाटे पर भी कई कारोबारों में निवेश सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कोई कंपनी इतना नुकसान कैसे उठा सकती है। गोयल ने रायसीना डायलॉग में यह चर्चा की। अमेजन ने 2018-19 में 7,000 करोड़ रुपए का घाटा होने की जानकारी दी थी।
बेजोस की किसी मंत्री या सरकारी अधिकारी से मुलाकात नहीं हुई
तीन दिन कई कारोबारों में निवेश के भारत दौरे पर आए बेजोस ने बुधवार को कहा था कि अगले 5 साल में 71 हजार करोड़ रुपए के मेक इन इंडिया प्रोडक्ट एक्सपोर्ट करेंगे। देश के छोटे-मध्यम कारोबारों को डिजिटाइज करने के लिए 7,100 करोड़ रुपए का निवेश भी किया जाएगा। तीन दिन में बेजोस की किसी सरकारी अधिकारी या मंत्री से मुलाकात होने की जानकारी नहीं है। न्यूज एजेंसी के कई कारोबारों में निवेश कई कारोबारों में निवेश मुताबिक बेजोस ने प्रधानमंत्री से मिलने का वक्त भी मांगा था।
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