Zerodha में Intraday Trading कैसे करें ? फोटो सहित विस्तार से समझिये
भारत में लोगों में ट्रेडिंग का क्रेज दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है. ट्रेडिंग के लिए Zerodha काफी अच्छा स्टॉक ब्रोकर है. आप इसमें Intraday, F&O ट्रेडिंग कर सकते हैं.
अगर आपने Zerodha में अकाउंट बना लिया है लेकिन आपको नही पता की zerodha me intraday trading kaise kare? तो यह पोस्ट आप के लिए ही है.
इस पोस्ट में मै आपको विस्तार से बताऊंगा की Zerodha में Intraday Trading कैसे करते है. इसके अलावा मैंने पिछली पोस्ट में Zerodha के बारे में विस्तार से जानकारी दी थी आप उस पोस्ट को नीचे लिंक पर लिक्क करके पढ़ सकते हैं
Table of Contents
Zerodha Kite ट्रेडिंग कैसे करें ?
Zerodha में ट्रेडिंग करने के लिए आपको ट्रेडिंग के बारे में अच्छी जानकारी होनी चाहिए कम से कम इतना तो पता होना चहिये की ट्रेडिंग क्या होता है, यह कितने प्रकार की होती है और शेयर क्या होता है ?
ज्यादातर लोग Intraday या F&O ट्रेडिंग करते हैं. ट्रेडिंग करने के लिए पहले इनके बारे में समझ लेना बहुत जरूरी है की यह किस प्रकार की ट्रेडिंग है फिर प्रैक्टिकल करके बताता हूँ
Intraday Trading क्या है ?
यह ट्रेडिंग एक ही दिन में होती है. इस ट्रेडिंग में आपको शेयर मार्किट के अन्दर किसी कंपनी के स्टॉक को एक ही दिन के अन्दर खरीदकर बेचना होता है या फिर बेचकर खरीदना होता है.
आपको बता दूँ स्टॉक मार्किट 9 बजे खुलती है और 3:30 बजे बंद हो जाती है इसी बीच अगर आप किसी कंपनी का स्टॉक खरीदते हैं और उसका प्राइस बढ़ जाता है तो आप उस स्टॉक को बेचकर मुनाफा कमा लेते हैं.
इसी तरह जब आप किसी स्टॉक का प्राइस बढ़ता है तो उसे बेच देते हो और फिर प्राइस घटने पर खरीद लेते हो तो इससे आपका मुनाफा होता है.
Intraday Trading एक ही दिन की होती है अगर आप मार्किट बंद होने से पहले शेयर नही बेचते हो तो ब्रोकर आपका शेयर बेच देता है. अब जानते हैं Zerodha में Intraday trading कैसे करें ?
Zerodha में Intraday trading कैसे करें ?
किसी भी शेयर को जिस दिन खरीद रहें है, अगर उसे उसी दिन बेच दिया जाए तो ऐसे Trading को Intraday Trading कहते हैं।
1. Zerodha में Intraday Trading करने के लिए आप अपनी जिस कंपनी में Intraday करना चाहते हैं उसके शेयर को सर्च करके Watchlist में Add कर लें ।
2. फिर उस Share पर क्लिक करें जिसके बाद Buy और Sale तथा View Chart का विकल्प दिखाई देगा। चार्ट को देखकर अगर आपको लगता है की स्टॉक Intraday के लिए Stock कैसे चुने का प्राइस बढेगा तो Buy पर क्लिक करें
3. अपने order की quantity डालें, Product में Intraday सिलेक्ट करें, Order type में Market सेलेक्ट करें फिर Swipe To Buy पर क्लिक करें. आपका स्टॉक खरीद जायेगा जिसको आप पोर्टफोलियो में दिख सकते हो.
Market सेलेक्ट करने पर उस स्टॉक का जो मार्किट प्राइस होगा वही आप खरीद लेते हो अगर आप किसी निश्चित राशी पर स्टॉक खरीदना चाहते हो तो Limit पर क्लिक करके वो amount भरकर स्टॉक Buy करना है.
इसके बाद जब उस स्टॉक का प्राइस उतना हो जायेगा जितना आप लिमिट में भरा है तो वो स्टॉक अपने आप खरीद जायेगा और पोर्टफोलियो में दिखाई देने लगेगा
4. पोर्टफोलियो में आर्डर execute होने के बाद आप अपना प्रॉफिट को बढ़ते या घटते हुए देख सकते हो जब आपको लगे की अब स्टॉक को बेच देना चाहिए तो स्टॉक पर क्लिक करके Sell पर क्लिक करके स्वाइप करके स्टॉक को बेच सकते हो.
Intraday Trading में अगर आप खुद से शेयर को नही बेचते हो तो 3 बजकर 15 या 20 मिनट पर शेयर अपने आप मार्केट रेट पर बिक जायेगा।
Zerodha intraday margin calculator क्या है ?
Zerodha में Intraday trading करने के लिए मार्जिन दिया जाता है ताकि आप कम प्राइस में ज्यादा शेयर खरीद सके, मार्जिन का मतलब छूट यानि शेयर के प्राइस में छूट दी जाती है।
आपको बता दूँ Zerodha, Intraday Trading करने के लिए 20% मार्जिन देता है ? यानि किसी शेयर का प्राइस 100 रूपए है तो आपको वो 20 रूपए में मिल जायेगा।
उदाहरण के लिए आप फोटो को देख सकते हैं की JindalStel के शेयर का प्राइस 444.15 है लेकिन यह मुझे 20% मार्जिन के साथ 88.53 रूपए का मिल गया है।
इसके अलावा ज्यादा जानकरी के लिए आप लिंक पर क्लिक करके zerodha margin calculator को भी देख सकते हैं – Click here इस तरह से आप कम प्राइस में ज्यादा मात्रा में शेयर लेकर ट्रेडिंग कर सकते हैं।
अंतिम शब्द – यहाँ मैंने फोटो के Zerodha में Intraday ट्रेडिंग करने के बारे में बताया है ताकि आपको सब कुछ अच्छे से समझ आ जाये। उम्मीद करता हूँ आपको समझ आ गया होगा की zerodha me intraday trading kaise kare?
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है ? Intraday Trading se paise kaise kamaye ? Intraday Trading meaning in hindi.
दोस्तो शेयर बाज़ार की बात जब भी कोई करता है तब अमूमन आपके मन में यही विचार आता होगा कि बाज़ार में पैसा लगाकर जब तक लंबा इंतजार न करें, मुनाफ़ा कमाना संभव नहीं होता। लेकिन हम आपको बता देना चाहते हैं कि ऐसा बिल्कुल भी ज़रूरी नहीं। इस लेख में हम intraday trading kya hai? जानने के साथ-साथ इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स इन हिंदी (intraday trading tips in hindi) के बारे में भी जानेंगे।
दरअसल शेयर बाज़ार अपने निवेशकों को 1 दिन में भी यानि कि इंट्राडे ट्रेडिंग में भी मुनाफ़ा कमाने का भरपूर मौक़ा देता है। आप सोच रहे होंगे कि इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? तो बता दें कि बाज़ार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर ख़रीदने और बेचने की प्रक्रिया को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहते हैं।
इस ट्रेडिंग के अंतर्गत शेयर बाज़ार में सुबह पैसा लगाकर दोपहर तक अच्छी कमाई की जा सकती है। यहाँ शेयर ख़रीदा तो जाता है लेकिन उसका मक़सद निवेश करना नहीं होता, बल्कि एक दिन में उसमें जितनी भी बढ़त मिले, उस बढ़त से मुनाफ़ा कमाना होता है। ध्यान रहे कि इसमें ज़रूरी नहीं कि आपको मुनाफ़ा ही हो।
इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें इन हिंदी | intraday trading kaise kare in hindi
शेयर बाज़ार में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें? तो इसके लिए सबसे पहले तो आपके नाम पर डीमेट एकाउंट और एक ट्रेडिंग एकाउंट होना चाहिए। इस एकाउंट में आप या तो ब्रोकर को फ़ोन पर ऑर्डर देकर ट्रेडिंग कर सकते हैं। या ख़ुद से ऑनलाइन ट्रेडिंग भी कर सकते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग एक ऐसा ऑप्शन है जिसमें आप कम से कम समय में ज़्यादा मुनाफ़ा कमा सकते हैं। यदि आप भी सोच रहे हैं कि शेयर मार्केट इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाएं? how to start intraday trading in hindi तो Intraday के लिए Stock कैसे चुने यह लेख बिल्कुल आपके लिये ही है।
इंट्राडे ट्रेडिंग को यदि बेहतर जानकारी और संयम के साथ किया जाए तो इसमे कोई संदेह नहीं कि आप घर बैठे अच्छा ख़ासा पैसा कमा सकते हैं। आइये हम इंट्राडे ट्रेडिंग share market intraday trading in hindi को सरल भाषा में समझने का प्रयास करते हैं। प्रतिदिन शेयर मार्केट से 1000 से 2000 कैसे कमाएं? जानने के लिए क्लिक करें।
दरअसल इंट्राडे ट्रेडिंग में ट्रेडर्स अपने पसंदीदा शेयरों को एक ही दिन में ख़रीदते और बेचते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग टाइम (intraday trading time) की बात करें तो यदि इक्विटी मार्केट में ट्रेडिंग करनी हो तो यह ट्रेडिंग आपको सुबह 9.30 बजे से दोपहर के 3.30 बजे तक करनी होगी। लेकिन यदि आपको कमोडिटी मार्केट commodity market में ट्रेडिंग करनी हो तो इसका ट्रेडिंग टाइम सुबह 9 बजे से रात 11.30 बजे तक का होता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कुछ ज़रूरी बातें क्या हैं? | इंट्राडे ट्रेडिंग में कई जाने वाली सावधानियाँ
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए कुछ ज़रूरी बातें (intraday me savdhaniya) जानना अत्यंत आवश्यक है। आइये जानते हैं ये ज़रूरी सावधानियाँ क्या हैं-
इंट्राडे ट्रेडिंग में सबसे महत्व पूर्ण बात यही है कि आपको यह पता होना चाहिए कि किस स्टॉक को खरीदना या बेचना ज़्यादा बेहतर होगा। किस स्टॉक का परफॉर्मेंस इस समय बेहतर है? यदि आपने इन बातों की जानकारी ठीक ढंग से ले ली है। तो आपको मुनाफ़ा कमाने से कोई नहीं रोक सकता।
किसी भी शेयर को ख़रीदने से पहले उसका तकनीकी विश्लेषण (technical analysis) करना बेहद ज़रूरी होता है। तभी आप उपयुक्त स्टॉक ख़रीदकर आसानी से मुनाफ़ा कमा सकते हैं।
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करते समय, ख़ासकर इंट्राडे ट्रेडिंग में एंट्री करते समय यह सबसे महत्वपूर्ण होता है कि आप किसी समय में मार्केट में एंट्री ले रहे हैं। क्योंकि सही समय में ली गयी एंट्री आपको कभी-कभी कम समय में ज़्यादा मुनाफ़ा कमाने का मौका दे देती है। वरना ग़लत समय में ली गयी एंट्री आपको इंट्राडे में नुक़सान भी पहुँचा सकती है। या फ़िर आपको कई दिनों तक इंतज़ार करना पड़ सकता है। जो कि रिस्की भी हो सकता है।
जब भी आप इंट्राडे ट्रेडिंग करें तो इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि कोई भी ट्रेड बिना किसी टारगेट के न करें। ज़्यादा लालच करने के बजाय एक निर्धारित लक्ष्य ज़रूर तय कर लें। इससे आप इंट्राडे ट्रेडिंग में निश्चित रूप से मुनाफ़ा कमा सकते हैं।
शेयर मार्केट में कमाई की बात करें तो आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि जिस इनकम के लिए लोग अपना घर, अपना शहर छोड़कर नौकरियाँ करते हैं। उतनी या उससे भी कहीं ज़्यादा इनकम घर बैठे कमा सकते हैं। यही कारण होता है कि इसमें लालच बढ़ने लगता है। लोग अनलिमिटेड पैसा कम से कम समय में एक साथ कमाना चाहते हैं। जिसका परिणाम घातक हो सकता है। आप कमाने के बजाय भारी नुक़सान में भी जा सकते हैं।
शेयर में पैसा कमाना है तो आपको मार्केट के न्यूज़ से अपडेट रहना ज़रुरी होता है। मार्केट से आप जितना ज़्यादा अपडेट रहेंगे उतना ही ज़्यादा आप मुनाफ़ा कमा सकते हैं।
शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग करनी हो तो याद रखें कि कोई भी ट्रेड करते समय एक सीमा में रहकर ही ट्रेड करने की कोशिश करें। डीमैट एकॉउंट में जितना एमाउंट जमा हो, उससे कम एमाउंट के ही ट्रेड ख़रीदें। वर्ना आपको मार्जिन की समस्या आ सकती है। ऐसा करने से आप आसानी से होल्ड भी कर सकते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग में अच्छी कमाई करनी हो तो ट्रेड छोटे-छोटे करें। शुरुआत में छोटे-छोटे मुनाफ़े ही आपका आत्मविश्वास बढ़ाते हैं। ज़्यादातर लोग जब मुनाफ़ा हो रहा होता है तब उस मुनाफ़े को और भी ज़्यादा बड़ा बनाने के चक्कर में मुनाफ़ा बुक नहीं करते। जिस कारण कभी-कभी मुनाफ़े का उल्टा बड़ा नुक़सान भी हो जाता है। इस बात को गाँठ बांध लें कि बाज़ार आपको जितना मुनाफ़ा दे रहा है उसे स्वीकार करें।
उम्मीद है यह लेख "intraday trading क्या है? इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाएं?" ज़रूर पसंद आया होगा। इस लेख में intraday trading strategies in hindi के संबंध में बतायी गयी जानकारी आपके लिए ज़रूर उपयोगी साबित होगी। इसे पढ़ने के बाद आप अपनी इंट्राडे ट्रेडिंग में ज़रूर सुधार लाएँगे। साथ ही बेहतर मुनाफ़ा कमाकर शेयर मार्केट का लुत्फ़ उठाएंगे।
Intraday Trading क्या है और कैसे करें ?
यदि आप शेयर मार्केट से पैसे कमाना चाहते हैं तो इसके 2 तरीके हैं- (1). किसी कम्पनी के शेयर खरीद कर लम्बे समय तक निवेश के रूप में रखना; या (2). फायदा (प्रोफिट) कमाने के लिए एक ही दिन में शेयरों की खरीद-बिक्री करना। इनमें से दूसरे तरीके को Intraday Trading कहा जाता है। Intraday का हिंदी में अर्थ होता है “एक ही दिन के भीतर”, अर्थात कोई भी ऐसा कार्य जो एक ही दिन में शुरू करके समाप्त कर दिया जाए उसको Intraday बोलते हैं। अतः शेयर मार्केट में एक ही दिन में की जाने वाली शेयरों की खरीद-बिक्री को इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है। यहाँ पर हम आपको Intraday Trading क्या है, Intraday Trading कैसे करें, Intraday Trading से पैसे कैसे कमाएं आदि से सम्बंधित सभी जानकारी देंगे। अतः इस लेख को अंत तक पढ़ें।
Table of Contents
Intraday Trading क्या है ?
Intraday Trading शेयर मार्केट में शेयरों की उस ट्रेडिंग गतिविधि को कहा जाता है जिसमें Intraday के लिए Stock कैसे चुने आप लाभ कमाने के लिए एक ही दिन में शेयरों की खरीद और बिक्री करते हैं। भारत में इंट्राडे ट्रेडिंग का आधिकारिक समय सुबह 9.30 बजे से लेकर दोपहर के 3.30 बजे तक होता है और यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग कर रहे हैं तो आपको समय का ख़ास ध्यान रखना होता है। इंट्राडे ट्रेडिंग में समय की महत्ता इसलिए है क्योंकि Intraday Trading में यदि आपने किसी भी दिन अपने खरीदे गए शेयरों को दोपहर के 3.30 बजे तक नहीं बेचा तो वह 3.30 बजे स्वयं बिक जाएंगे। अतः इंट्राडे ट्रेडिंग शेयर मार्केट की एक जोखिम भरी ट्रेडिंग गतिविधि है जिसमें आपको वित्तीय लाभ भी हो सकता है और हानि भी हो सकती है। परन्तु यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग की तय समय सीमा में सावधानी से शेयर बाज़ार के उतार-चढ़ाव पर नज़र रखते हैं और बिना किसी लालच के थोड़ा सा लाभ होते ही अपने उसी दिन खरीदे गए शेयर बेच देते हैं तो आप इस से प्रतिदिन कुछ ना कुछ वित्तीय लाभ कमा सकते हैं।
Intraday Trading के लिए आवश्यक दस्तावेज़
इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको मुख्यतः एक बैंक खाता और एक शेयर ट्रेडिंग अकाउंट की आवश्यकता होती है। आप अपना बैंक अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट एक ही बैंक में या अलग-अलग बैंकों में या बैंक अकाउंट बैंक में और ट्रेडिंग अकाउंट किसी शेयर ब्रोकर के पास खुलवा सकते हैं। ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक अकाउंट खुलवाने के बाद उनको लिंक कीजिये और आप इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए तैयार हैं। यदि आप शेयर बाज़ार में लम्बे समय के लिए भी निवेश करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट खुलवाने की आवश्यकता भी होती है, परन्तु इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बैंक अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट ही पर्याप्त हैं। उपरोक्त सभी प्रकार के अकाउंट खुलवाने के लिए आपको आधार कार्ड और पैन कार्ड की आवश्यकता होती है। यदि आप शेयर मार्केट में लम्बे समय तक भी निवेश करना चाहते हैं तो इस से सम्बंधित पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारा लेख “शेयर मार्केट क्या है और शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमाएं” पढ़ सकते हैं।
Intraday Trading कैसे करें ?
Intraday Trading करने के लिए आपको सुबह 9.30 बजे से लेकर दोपहर के 3.30 बजे तक शेयर बाज़ार पर अधिक से अधिक समय बिताना होगा। आप जितना अधिक समय उस पर बिताएंगे उतनी ही सावधानी से ट्रेडिंग कर पाएंगे और एक ही दिन के शेयरों की खरीद- बिक्री में अधिक से अधिक लाभ कमा पाएंगे। यहाँ पर इंट्राडे ट्रेडिंग में यह बात तय है कि सावधानी हटी और दुर्घटना घटी। अतः तय समय सीमा के भीतर आप शेयर मार्केट पर पैनी नज़र रखते हुए शेयरों के दाम बढ़ते ही बेच देने पर लाभ कमा सकते हैं। यदि आपने अपने खरीदे हुए शेयरों की बढ़ोतरी को किसी कारणवश नोटिस नहीं किया तो हो सकता है कि फिर उस दिन 3.30 बजे तक आपके शेयरों के दाम ऊपर ही ना आएं और आपको हानि हो जाए। अतः इंट्राडे ट्रेडिंग में लाभ कमाने के लिए शेयर मार्केट की गतिविधियों पर नज़र रखते हुए आपको अधिक से अधिक समय शेयर बाज़ार को देना होगा। परन्तु यह बिल्कुल भी आवश्यक नहीं है कि आप सुबह 9.30 बजे से लेकर दोपहर के 3.30 बजे तक का पूरा समय शेयर मार्केट पर बिताएं तो आपको निश्चित ही लाभ होगा। कभी- कभी किसी कारणवश ऐसा भी हो सकता है कि आपके द्वारा खरीदे गए शेयरों के दाम उस दिन एक बार भी ना बढ़े और घटते ही रहें या लगभग स्थिर रहें। ऐसी स्थिति आने पर आपको उस दिन इंट्राडे ट्रेडिंग में हानि होना निश्चित है।
Intraday Trading से पैसे कैसे कमाएं ?
आप निम्नलिखित बातों का ध्यान रख कर इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे या लाभ कमा सकते हैं:
- Intraday Trading के लिए सदैव ऐसी कंपनियों के शेयरों का चुनाव कीजिये जिनमें अधिक Intraday के लिए Stock कैसे चुने ट्रेडिंग (खरीद-बिक्री) की जाती हो। इसका लाभ यह होगा कि दाम बढ़ने पर यदि आप उनको बेचना चाहें तो वह आसानी से और एकदम बिक जाएंगे।
- इंट्राडे ट्रेडिंग में समय कम होने के कारण अपनी प्रोफिट लिमिट (लाभ की दर) कम रखें और थोड़ा लाभ होते ही शेयरों को बेच दें। अर्थात इंट्राडे ट्रेडिंग में लालच की कोई जगह नहीं है।
- इंट्राडे ट्रेडिंग में नुक्सान या हानि के लिए सदैव तैयार रहें। अतः मात्र उतने ही पैसे निवेश करें जिनको खोने के बाद आप पर वित्तीय बोझ ना पड़े।
- जिन शेयरों में आप इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए निवेश करना चाह रहे हैं उन शेयरों का पिछले कुछ दिनों के ट्रेंड (उतार- चढ़ाव) का विश्लेषण अवश्य करें और उसके अनुसार ही निवेश का निर्णय लें।
- एक ही दिन में कई कंपनियों के शेयरों में या एक ही कंपनी के शेयरों में कई बार ट्रेडिंग के लिए तैयार रहें।
- यदि आप उपरोक्त सभी कारकों को ध्यान में रखते हुए अपने स्टॉक को स्मार्ट तरीके से चुनते हैं, तो आपको इंट्राडे ट्रेडिंग में लाभ अर्जित करने की संभावनाएं सदा बनी रहती हैं।
निष्कर्ष
इस लेख के माध्यम से हमने आपको Intraday Trading क्या है, Intraday Trading कैसे करें, Intraday Trading से पैसे कैसे कमाएं आदि से सम्बंधित उपयुक्त जानकारी देने का प्रयास किया है। यदि आप स्टॉक मार्केट और इंट्राडे ट्रेडिंग में नए हैं और इसके सभी लाभ-हानि को ध्यान में रखते हुए भारतीय शेयर बाज़ार में निवेश करके पैसे कमाना चाहते हैं तो यहाँ उपलब्ध जानकारी आपको सदैव लाभकारी होगी। परन्तु इंट्राडे ट्रेडिंग करने से पूर्व आपको यह जान लेना अति आवश्यक है कि शेयर मार्केट में मौजूद सभी निवेश विकल्पों में से इंट्राडे ट्रेडिंग सर्वाधिक वित्तीय जोखिम वाली गतिविधियों में से एक है। अतः इंट्राडे ट्रेडिंग करने से पूर्व आप इसमें मौजूद वित्तीय जोखिम और हो सकने वाली हानि को सदैव ध्यान में रखें।
इंट्राडे और डिलीवरी ट्रेडिंग के बीच अंतर को समझें
वारेन बफेट Intraday के लिए Stock कैसे चुने - वह वह व्यक्ति है जिसके बारे में बात करने पर अधिकांश लोग प्रेरित हो जाते हैंनिवेश. ज़रूर, आपने उसके बारे में सुना होगा, है ना? जब आप उनके निवेश पोर्टफोलियो को देखेंगे, तो आपको लंबी अवधि के शेयरों की एक श्रृंखला मिलेगी। और, यहीं से अपेक्षाकृत नए निवेशक भ्रमित होने लगते हैं। आखिरकार, लंबी अवधि के व्यापार के लिए एक पोर्टफोलियो बनाना हर किसी के बस की बात नहीं हो सकती है। यहीं से इंट्राडे और डिलीवरी-आधारित ट्रेडिंग के बीच चयन करने की दुविधा सामने आती है।
जबकि इन ट्रेडिंग प्रकारों के लिए रणनीतियाँ अलग हैं, वहीं अन्य महत्वपूर्ण पहलू भी हैं जिन्हें इंट्राडे और डिलीवरी के बीच के अंतर के बारे में बात करते समय ध्यान में रखा जाना चाहिए। आइए इन दोनों विकल्पों को एक साथ रखें और इस पोस्ट में उनके अंतरों का पता लगाएं।
इंट्राडे ट्रेडों को परिभाषित करना
इस ट्रेडिंग सिस्टम में ट्रेडिंग सत्र के भीतर स्टॉक खरीदना और बेचना शामिल है, जो उसी दिन होता है। यदि तुमविफल दिन के अंत तक आपकी स्थिति को स्क्वायर करने के लिए, विशिष्ट ब्रोकरेज योजनाओं के तहत आपका स्टॉक स्वचालित रूप से समापन मूल्य पर बेचा जाता है।
अधिकांश व्यापारी शेयरों की कीमत निर्धारित करके इस व्यापार की शुरुआत करते हैं और यदि वे लक्ष्य से कम व्यापार कर रहे हैं तो उन्हें खरीद लेते हैं। और फिर, लक्ष्य तक पहुंचने पर वे स्टॉक को बेच देते हैं। और, अगर स्टॉक के लक्ष्य तक नहीं पहुंचने की भविष्यवाणी है, तो व्यापारी इसे उस कीमत पर बेच सकते हैं जो सबसे अच्छी लगती है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लाभ
- आपको पूरी राशि का केवल एक निश्चित भाग का भुगतान करके शेयर खरीदने को मिलता है; इस प्रकार, आपको कम निवेश करने और अधिक लाभ प्राप्त करने को मिलता है
- यदि आपको लगता है कि किसी निश्चित कीमत की कीमत दिन में कहीं गिर सकती है, तो आप शेयर को बिना खरीदे ही बेच सकते हैं; इस तरह, आप कीमत के आधार पर बाद में स्टॉक खरीद सकते हैं और पर्याप्त लाभ कमा सकते हैं
- डिलीवरी-आधारित ट्रेडिंग की तुलना में, इंट्राडे में ब्रोकरेज कम होता है
इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान
- आप समय नहीं दे सकतेमंडी, और इस प्रकार के व्यापार में कोई भविष्यवाणी काम नहीं करती है; इस प्रकार, आपके पास कितना भी अच्छा पैसा क्यों न हो, आपके पास 24 घंटे से अधिक के लिए स्टॉक नहीं हो सकता है
- इस ट्रेडिंग Intraday के लिए Stock कैसे चुने में, आपको स्टॉक को पर रखने की सुविधा नहीं हैरिकॉर्ड करने की तारीख राइट्स इश्यू, बोनस, लाभांश, और बहुत कुछ
- आपको बेहद सतर्क रहना होगा और हर मिनट बाजार पर नज़र रखनी होगी
डिलीवरी-आधारित ट्रेडों को परिभाषित करना
जहां तक डिलीवरी ट्रेडों का संबंध है, खरीदे गए स्टॉक को इसमें जोड़ा जाता हैडीमैट खाता. जब तक आप बेचने का फैसला नहीं करते तब तक वे कब्जे में रहते हैं। भिन्नइंट्राडे ट्रेडिंग, इसकी कोई सीमित समयावधि नहीं है। आप अपने स्टॉक को दिनों, हफ्तों, महीनों या वर्षों में भी बेच सकते हैं।
डिलिवरी-आधारित ट्रेडिंग के लाभ
- अगर आपको लगता है कि कंपनी काफी अच्छा कर रही है तो आपको किसी स्टॉक में लंबे समय तक निवेश करने का फायदा मिलता है
- जोखिम इंट्राडे से कम है
डिलिवरी-आधारित ट्रेडिंग के नुकसान
- स्टॉक खरीदने के लिए आपको पूरी राशि का भुगतान करना होगा; इस तरह, जब तक आप अपने शेयर बेचने का निर्णय नहीं लेते, तब तक आपके फंड ब्लॉक हो जाते हैं
डिलीवरी और इंट्राडे दृष्टिकोण के बीच अंतर
अब जब आप इंट्राडे और डिलीवरी के अंतर को समझ गए हैं, तो यहां बताया गया है कि उनका व्यापार करने का तरीका भी अलग है:
वॉल्यूम ट्रेड
इसे एक दिन के भीतर किसी कंपनी के शेयर खरीदे और बेचे जाने की संख्या के रूप में परिभाषित किया जाता है। आमतौर पर अच्छी तरह से स्थापित और बड़े संगठनों के लिए उनकी विश्वसनीयता के कारण मात्रा अधिक होती है। इस प्रकार, यदि आप इंट्राडे चुन रहे हैं, तो विशेषज्ञ आपको इन ट्रेडों से चिपके रहने की सलाह देंगे।
लंबी अवधि के लिए कारोबार करने वालों के संदर्भ में, वे अस्थिरता के पहलू पर कम निर्भर करते हैं क्योंकि स्टॉक बेचने को तब तक के लिए टाल दिया जा सकता है जब तक कि यह आपके द्वारा निर्धारित लक्ष्य मूल्य तक नहीं पहुंच जाता।
कीमत के स्तर
दोनों ट्रेडों के लिए, मूल्य लक्ष्य निर्धारित करना एक आदर्श तरीका है। हालांकि, यह इंट्राडे ट्रेडों में बेहतर काम करता है क्योंकि ये अधिक समय के प्रति संवेदनशील होते हैं। इस पद्धति से, आप अधिक लाभदायक अवसर प्राप्त कर सकते हैं।
लंबी अवधि के ट्रेडों के लिए, आप निवेश की अवधि बढ़ा सकते हैं, भले ही आप लक्ष्य मूल्य से चूक गए हों। कई व्यापारी लक्ष्य को ऊपर की ओर संशोधित कर सकते हैं और लाभ प्राप्त करने के लिए लंबे समय तक स्टॉक रख सकते हैं।
निवेश का विश्लेषण
आमतौर पर, इंट्राडे ट्रेड तकनीकी संकेतकों पर आधारित होते हैं। ये स्टॉक के अल्पकालिक मूल्य आंदोलन को दर्शाते हैंआधार ऐतिहासिक मूल्य चार्ट के। इतना ही नहीं, बल्कि यह ट्रेडिंग इवेंट-संचालित भी हो सकती है। हालांकि, इनमें से कोई भी दृष्टिकोण दीर्घकालिक सफलता की गारंटी नहीं दे सकता है।
डिलीवरी-आधारित ट्रेडिंग के संबंध में, विशेषज्ञ सलाह देते हैंमौलिक विश्लेषण. इसका मतलब उन कंपनियों में निवेश करना है जिनके पास लंबी अवधि की भविष्यवाणी है। इसके लिए कंपनी के कारोबारी माहौल और आंतरिक संचालन के गहन विश्लेषण की जरूरत है। लेकिन ध्यान रखें कि किसी कंपनी की वित्तीय स्थिति को समझने के लिए आपको असंख्य संख्याओं और आंकड़ों से गुजरना होगा।
इंट्राडे और डिलीवरी ट्रेडिंग के बीच अंतर: आपको कौन सा चुनना चाहिए?
ज़रूर, इंट्राडे ट्रेडिंग लुभाने लगती है, लेकिन यह सभी के लिए नहीं है। जैसा कि ऊपर उल्लेख किया गया है, आपको सफलता हासिल करने के लिए हर मिनट बाजार पर नजर रखनी होगी। साथ ही, इस प्रकार को चुनना आपको तकनीकी पहलुओं, जैसे कि एल्गोरिदम और चार्ट पर निर्भर रहने के लिए मजबूर करेगा। इस प्रकार, यदि आप इस दृष्टिकोण से सहज नहीं हैं, तो आपको इस ट्रेडिंग प्रकार से दूर रहना चाहिए।
दूसरी ओर, यदि आप कुछ घंटों का निवेश करके जल्दी पैसा कमाना चाहते हैं, तो डिलीवरी-आधारित ट्रेडिंग आपके लिए एक बढ़िया विकल्प नहीं है क्योंकि इस प्रकार के लिए बहुत धैर्य की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही इसमें फंडामेंटल अप्रोच की मदद से पैसा लगाने की भी जरूरत होती है।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 573