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तवांग झड़प : राजनाथ सिंह के बयान के व्यापारियों के लिए स्पष्टीकरण बाद लोकसभा-राज्यसभा में कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों का वाकआउट

NewDelhi : भारत और चीन के सैनिकों के बीच 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश स्थित तवांग सेक्टर के यांग्त्से क्षेत्र हुई भिड़ंत को लेकर लोकसभा एवं बाद में राज्यसभा में राजनाथ सिंह ने बयान दिया. राज्यसभा में कांग्रेस एवं विपक्ष के कई सदस्य रक्षा मंत्री के बयान के बाद स्पष्टीकरण की मांग कर रहे थे. लेकिन आसन से अनुमति नहीं मिलने के बाद उन्होंने सदन से वाकआउट कर दिया. इसी बात को लेकर लोकसभा में भी कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने सदन से बर्हिगमन किया. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने स्पष्टीकरण की अनुमति नहीं दी.

हम लगातार चीन के मुद्दे को सदन में उठाते रहे हैं। आज भी हम चर्चा करना चाहते थे लेकिन रक्षा मंत्री ने जवाब दिया और चले गए।

जब सदन में हमने सवाल पूछना चाहा तो हमारी बात नहीं सुनी गई, इसल‍िए हमने वॉकआउट कर द‍िया।

सेना की वीरता पर एक स्वर से बोलना चाहिए

कहा कि सदन को सेना की वीरता पर एक स्वर से बोलना चाहिए. राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कहा, हमारी सेनाएं पूरी मुस्तैदी एवं ताकत के साथ सीमा पर तैनात हैं और उनके शौर्य एवं वीरता पर पूरे सदन को, हम सभी को भरोसा है.’’ उन्होंने कहा कि यह एक संवेदनशील विषय है और रक्षा मंत्री ने अपने बयान में बताया कि सरकार व्यापारियों के लिए स्पष्टीकरण इस विषय को पूरी गंभीरता से ले रही है और आवश्यक कदम उठा रही है.

रक्षा मंत्री के बयान पर विपक्ष के कई सदस्यों द्वारा स्पष्टीकरण की मांग के संबंध में उपसभापति ने कहा कि अतीत के कई उदाहरण है जब संवेदनशील विषय को देखते हुए स्पष्टीकरण नहीं पूछे गये थे. लेकिन विपक्षी सदस्य उनकी बात से सहमत नहीं हुए और इस पर स्पष्टीकरण पूछे जाने की मांग करते रहे. विपक्ष के कई सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी भी कर रहे थे. सदन में हंगामे के बीच ही उपसभापति ने प्रश्नकाल को आगे बढ़ाया. इसी दौरान कांग्रेस एवं विपक्ष के कई सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया.

भारत-चीन सीमा विवाद मुद्दा : केन्द्र के स्पष्टीकरण से कांग्रेस नाखुश

भारत-चीन सीमा विवाद मुद्दा : केन्द्र के स्पष्टीकरण से कांग्रेस नाखुश

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने मंगलवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा कि हम भारत के विदेश मंत्री के इस कथन से पूर्णतया सहमत हैं कि हमारे जवानों का सम्मान, सराहना और सत्कार किया जाना चाहिए, क्योंकि वे हमारे प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ डटकर खड़े हैं।

लेकिन क्या यह वही सम्मान की भावना थी, जिसने प्रधानमंत्री मोदी को 19 जून, 2020 की उस घटना के बाद, जिसमें हमारी सीमाओं की रक्षा करते हुए हमारे 20 जवानों ने अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान दिया, यह कहने के लिए उत्प्रेरित किया, न वहां कोई हमारी सीमा में घुस आया है और न ही कोई घुसा हुआ है?

रमेश ने कहा कि विदेश मंत्री का यह दावा है कि चीन के साथ हमारे संबंध सामान्य नहीं हैं। फिर हमने चीनी राजदूत को बुलाकर आपत्ति पत्र (डिमार्च) क्यों नहीं थमाया, जैसा हम पाकिस्तान के उच्चायुक्त के साथ करते हैं? उन्होंने कहा कि 2021-22 में 95 बिलियन डॉलर के आयात और 74 बिलियन डॉलर के व्यापार घाटे के साथ चीन पर हमारी व्यापार निर्भरता रिकॉर्ड उच्च स्तर पर क्यों पहुंच गई है? सितंबर 2022 में रूस के वोस्तोक-22 अभ्यास में हमारे सैनिकों ने चीनी सैनिकों के साथ सैन्य अभ्यास क्यों किया?

GST 48th Council Meeting: पान मसाला और गुटखा नहीं होगा महंगा!, एसयूवी पर 22 फीसदी उपकर, जीएसटी एजेंडा में शामिल 15 मुद्दों में से केवल आठ पर फैसला

GST 48th Council Meeting Pan masala and gutkha will not expensive 22% cess SUV, decision only eight out 15 issues GST agenda | GST 48th Council Meeting: पान मसाला और गुटखा नहीं होगा महंगा!, एसयूवी पर 22 फीसदी उपकर, जीएसटी एजेंडा में शामिल 15 मुद्दों में से केवल आठ पर फैसला

Highlights एमयूवी (मल्टी यूटिलिटी व्हीकल) को परिभाषित करने के लिए मापदंड तैयार करने का फैसला भी किया। बैठक के एजेंडा में शामिल 15 मुद्दों में से केवल आठ पर ही फैसला कर सकी। पान मसाला और गुटखा व्यवसायों में कर चोरी को रोकने के लिए व्यवस्था बनाने पर भी कोई फैसला नहीं हो पाया।

Krishi Pump कृषिपंप कनेक्शन की प्रतीक्षा में किसान, सिंचाई के लिए सरकार ने शुरू की योजना

Krishi Pump

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वर्धा. राज्य सरकार ने किसानों को वित्तीय संकटों से उबारने के लिए विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन किया है़ योजनाओं के माध्यम से किसानों के उत्पादन में वृद्धि करते हुए उन्हें सक्षम बनाने का कार्य किया जा रहा है़ लेकिन अधिकांश योजनाएं विभागों की लापरवाही के कारण विफल साबित होने लगी है़ 1 अप्रैल 2019 व्यापारियों के लिए स्पष्टीकरण से आरंभ की गई सौर पंप की योजना वर्धा जिले में पूरी तरह असफल साबित हो रही है़ अब तक जिले के अनेक किसानों ने इस योजना का लाभ पाने के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत किए है़ लेकिन महावितरण कंपनी द्वारा संबंधित किसान लाभार्थियों को अब तक सौर पंप उपलब्ध नहीं कराये गए़ कई किसानों ने सौर पंप की डिमांड राशि भी कार्यालय में जमा करवाई है़ लेकिन अब इन किसानों को महावितरण कंपनी कार्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे है.

ज्यादा समय तक नहीं रहती बिजली

अनेक किसानों ने खेत में मोटरपंप के लिए महावितरण कंपनी से बिजली ली है़ लेकिन ज्यादातर समय बिजली खंडित रहने से किसानों को खेत में सिंचाई करना कठिन हो रहा है़ इस पर विकल्प के रूप में सौर पंप उपलब्ध कराने के लिए योजना सरकार द्वारा अमल में लाई़ लेकिन अभी भी अनेक किसान सौर पंप से वंचित है़ कुछ किसानों ने खेत में डीजल पर चलने वाली मोटरपंप ली़ डीजल काफी महंगा हो जाने से किसानों को परेशानी हो रही है.

महावितरण कंपनी ने इस योजना के लिए ऑनलाइन पोर्टल भी स्थापित किया़ किसानों ने इंटरनेट कैफे समेत सीएससी सेंटर पहुंचकर योजना का लाभ पाने के लिए आवेदन भी किए़ लेकिन अब तक जिले के अनेक किसानों को सौर पंप उपलब्ध नहीं कराया गया है़ कई किसानों ने सौर पंप की डिमांड राशि भी महावितरण कंपनी कार्यालय में अदा की है़ लेकिन उन्हें भी योजना से लाभान्वित नहीं किया गया़ अब किसान महावितरण कंपनी के कार्यालय पहुंचकर सौर पंप के संदर्भ में जानकारी ले रहे है.

GST: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दी बड़ी राहत, जीएसटी काउंसिल की बैठक में लिए गए ये बड़े व्यापारियों के लिए स्पष्टीकरण फैसले

Nirmala Sitharaman: जीएसटी काउंसिल की 48वीं बैठक के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कोई नया कर नहीं लाया गया है. इसके साथ ही बैठक में दालों के छिलके पर जीएसटी को हटाने का फैसला किया गया.

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