क्रिप्टो बैन: सही कदम या भूल
भारत में इन दिनों क्रिप्टोकरेंसी को लेकर चर्चा हरेक की जुबान पर है भले ही उसने इसमें कभी निवेश किया हो या नहीं. अब सरकार इस पर कानून लाने वाली है, लेकिन यह काम भी बड़ा उलझन भरा है. जाानिए क्यों?
भारतीय संसद के इस हफ्ते शुरू हुए शीतकालीन सत्र की खास बात कृषि या विकास संबंधी परियोजनाएं न होकर एक ऐसी करेंसी या मुद्रा रही जो न देखी जा सकती है, न छुई जा सकती है और जिसकी कीमत तेजी से घटती-बढ़ती रहती है. इसे क्रिप्टोकरेंसी या डिजिटल करेंसी कहते हैं, जिस पर सरकार या बैंक का नियंत्रण नहीं होता है. यह करेंसी ब्लॉकचेन तकनीक पर बनी होती है, जो किसी डेटा को डिजिटली सहेजता है.
अब जो करेंसी किसी के नियंत्रण में नहीं है, उस पर सरकार कानून कैसे ला सकती है? इसका जवाब हां और ना दोनों है. भले ही सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई कानून न बनाया हो, लेकिन भारत का आयकर विभाग क्रिप्टो निवेश पर होने वाली इनकम पर टैक्स लेता है. हालांकि क्रिप्टो टैक्स के नियम ज्यादा साफ नहीं हैं, लेकिन अगर किसी निवेश पर टैक्स लिया जा रहा है तो इसका मतलब है कि सरकार उसे आय का स्रोत मान रही है.
दूसरा पक्ष यह है कि सरकार इसे पेमेंट का माध्यम मानने से इनकार कर रही है. हाल ही में संसद की ओर से जारी एक बुलेटिन में कहा गया कि बिटकॉइन या इथेरियम जैसी अन्य क्रिप्टोकरेंसी को करेंसी का दर्जा नहीं दिया जा सकता है. यानि इनसे कोई भी दूसरा सामान नहीं खरीदा जा सकेगा.
नुकसानदेह हो सकता है सरकार का रवैया
सरकार की यह हिचक लंबे अर्से में नुकसान ही कराएगी क्योंकि कई छोटे-बड़े देशों ने क्रिप्टोकरेंसी को पेमेंट का माध्यम मान लिया है. मसलन, अमेरिका स्थित दुनिया के सबसे बड़े मूवी थिएटर चेन एएमसी ने कुछ क्रिप्टोकरेंसी से पेमेंट किए जाने को मंजूरी दे दी है. वहीं, कोरोना महामारी से बुरी तरह तबाह हो चुके टूरिज्म बिजनेस को दोबारा खड़ा करने के लिए थाइलैंड ने क्रिप्टो निवेशकों का स्वागत करते हुए कहा है कि वे उनके यहां आकर क्रिप्टो के जरिए सामान खरीद सकते हैं.
प्राइवेट बैंकों ने तो एटीएम भी लगा रखा हैतस्वीर: Christian Beutler/picture alliance/KEYSTONE/dpa
हालांकि, भारत सरकार क्रिप्टोकरेंसी को एसेट क्लास यानि स्टॉक, बॉन्ड जैसा मानने को तैयार दिख रही है. इसका मतलब है कि सरकार क्रिप्टोकरेंसी को करेंसी न मानकर निवेश का माध्यम मानने को तैयार है. संसद की ओर से जारी बुलेटिन की एक अन्य टिप्पणी भी भ्रम पैदा करने वाली है. सरकार ने कहा है कि वह प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगा देगी. यह प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी आखिर है क्या? सरकार ने इसे लेकर कोई व्याख्या नहीं दी है. क्रिप्टो जगत में प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी जैसी कोई चीज होती ही नहीं है क्योंकि सारी क्रिप्टोकरेंसी ‘प्राइवेट' ही हैं, ‘पब्लिक' या सरकार के नियंत्रण में तो हैं नहीं.
ब्लॉकचेन तकनीक से परहेज नहीं
एक अन्य मुद्दा जिस पर सरकार का रुख कन्फ्यूज कर रहा है वह है डिजिटल रुपये. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को ब्लॉकचेन तकनीक भा गई है क्योंकि इसकी वजह से रिकॉर्ड को सहेजना और करेंसी को जारी करना आसान है. सरकार को भले क्रिप्टोकरेंसी से दिक्कत हो, लेकिन वह खुद रुपये को डिजिटली जारी करना चाहती है. यानि हो सकता है कि भारतीय रुपया जल्द ही बिटकॉइन या डॉजकॉइन की तरह डिजिटल हो जाए.
हाल के दिनों में सरकार के रवैये ने आम भारतीय क्रिप्टो निवेशकों को खूब छकाया. भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज जैसे वजीरएक्स और कॉइनडीसीएक्स पर निवेशकों ने जल्दबाजी में अपनी करेंसी बेच डाली. पुराने और मंझे हुए क्रिप्टो निवेशकों ने इसका फायदा उठाया और गिरे हुए भाव पर दाव लगाकर क्रिप्टोकरेंसी को अपनी झोली में डाल लिया. ऐसा ही होता है क्रिप्टोकरेंसी बाजार में, जहां कीमत के गिरने का इंतजार कर रहे निवेशक झट से पैसे लगाकर प्रॉफिट लेकर चले जाते हैं.
कंपनियों को सरकार के फैसले का इंतजार
भारत में स्थित क्रिप्टो कंपनियां फिलहाल सरकार के बिल लाने का इंतजार कर रही हैं. वह कई वर्षों से सरकार के साथ बातचीत कर रही थीं क्योंकि उन्हें मालूम है कि रेगुलेशन और कानून आने से उन्हीं का फायदा होगा और क्रिप्टो को लेकर आम लोगों में विश्वास जगेगा. यही वजह है कि क्रिप्टो बिल को लेकर तमाम अटकलों के बावजूद अरबों की संपत्ति वाला क्रिप्टो एक्सचेंज कॉइनडीसीएक्स अब अपना आईपीओ शेयर बाजार में लाने वाला है. आईपीओ के जरिए उसे विस्तार मिलेगा और वह आम लोगों में अपने शेयर बेचकर धन की उगाही कर सकेगा.
कई देशों में बिटकॉइन के प्रचार की कोशिशें हो रही हैंतस्वीर: Salvador Melendez/AP Photo/picture alliance
भारत को लेकर बड़ी कंपनिया आश्वस्त हैं कि यहां चीन की तरह क्रिप्टो पर बैन लगाकर तानाशाही नहीं चलेगी. एनालिटिक फर्म चेनएनालिसिस ने भी भारत को क्रिप्टो का हब करार दिया है, जो बिना किसी गाइडलाइंस के देश ने हासिल किया है. यह बड़ी उपलब्धि है और सरकार को इसे गंवाना नहीं चाहिए.
फिलहाल सरकार को ब्लॉकचेन तकनीक से कोई दिक्कत नहीं, न ही क्रिप्टोकरेंसी इनकम पर मिलने वाले क्रिप्टो कैसे बनाते हैं? टैक्स से. लेकिन विडंबना यह है कि सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने को भी आतुर है. यह वही बात हो गई है कि कमरे में हाथी रखा है और सबने उसकी अपनी तरह से व्याख्या की है. भारत सरकार को क्रिप्टोकरेंसी पर व्यापक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए. एक ऐसा देश जो आईटी सेक्टर का हब हो, जहां 50 करोड़ इंटरनेट यूजर्स हो और जिसने डिजिटल इंडिया का ख्बाव देखा हो, वह ब्लॉकचेन और क्रिप्टोकरेंसी के उदय के दौर में पिछड़ कर रह जाएगा.
ये भी देखिए: बिटकॉइन कैसे काम करता है और यह किस काम आता है
Cryptocurrency: यह मालवेयर खाली कर सकता है आपका Crypto Wallet, जानें कैसे रहें सेफ
एक बार BHUNT मालवेयर आपके सिस्टम में पहुंच जाता है तो यह PC में स्टोर आपके Exodus, Electrum, Atomic, Etherium, Bitcoin, Litcoin, Jaxx जैसे क्रिप्टो वॉलेट पर हमला करता है।
- Mohammad Faisal
- @itsmeFSLMohammad Faisal क्रिप्टो कैसे बनाते हैं? -->
- Updated: January 23, 2022 3:24 PM IST
Image for representation only
Cryptocurrency को स्टोर करने के लिए फिजिकल वॉलेट के साथ-साथ हॉट वॉलेट भी इस्तेमाल की जाती हैं। इन Crypto Wallet में सिक्योरिटी फ्रेज के पीछे यूजर्स की हजारों-लाखों रुपये के Crypto Token और Coins स्टोर होते हैं। मगर साइबर क्रिमिनल्स ने अब इन वॉलेट को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। Also Read - Bitcoin की वैल्यू में एक बार फिर हुई बड़ी गिरावट, कीमत जानकर हैरान रह जाएंगे आप
साइबर सिक्यूरिटी फर्म Bitdefender ने अपनी नई रिपोर्ट में कहा है कि साइबर अपराधी अब यूजर्स के Crypto Wallet की सामग्री, पासवर्ड और सिक्योरिटी फ्रेज की चोरी कर रहे हैं, जिन्हें उपयोगकर्ताओं अपने PC पर स्टोर करते हैं। बिटडिफेंडर के अनुसार, इस चोरी को अंजाम देने के लिए BHUNT मालवेयर को इस्तेमाल किया जा रहा है। आइए जानते हैं कि यह मालवेयर कैसे काम करता है और आप इससे कैसे बच सकते हैं। Also Read - Apex Legends Mobile कर बैठा गलती, वक्त से पहले जोड़ दिया Crypto लेजेंड
Crypto Wallet से चोरी कर रहा BHUNT मालवेयर
Crypto Wallet एक सिक्योरिटी फ्रेज के जरिए लॉक किए जाते हैं। इस फ्रेज के बिना क्रिप्टो ओनर भी अपने वॉलेट को एक्सेस नहीं कर सकते। यही फ्रेज इन वॉलेट की “प्राइवेट की” होती है जो इन्हें सिक्योर बनाती है। डेस्कटॉप वॉलेट इन “प्राइवेट कीज” को PC की हार्ड ड्राइव या SSD पर रखते हैं, जिसकी वजह से ये वेब या मोबाइल वॉलेट से ज्यादा सिक्योर माने जाते हैं। मगर BHUNT मालवेयर आपके PC पर हमला करके इन सिक्योरिटी फ्रेज को एक्सेस कर सकता है। Also Read - Top 5 Stable Coins: Tether (USDT) से TrueUSD (TUSD) तक टॉप 5 स्टेबल Cryptocurrency, जिनकी कीमत रहती है डॉलर के बराबर
Bitdefender का कहना है कि BHUNT मालवेयर यूजर के कंप्यूटर में पायरेटेड सॉफ्टवेयर के जरिए प्रवेश करता है। ये पायरेटेड सॉफ्टवेयर अक्सर टोरेंट के जरिए या मलिशियस वेबसाइट्स से डाउनलोड किए जाते हैं। एक बार इन सॉफ्टवेयर के साथ यह मालवेयर आपके सिस्टम में पहुंच जाता है तो यह PC में स्टोर आपके Exodus, Electrum, Atomic, Etherium, Bitcoin, Litcoin, Jaxx जैसे क्रिप्टो वॉलेट पर हमला करता है। रिपोर्ट का कहना है कि यह मालवेयर इन वॉलेट में मौजूद क्रिप्टोकरेंसी को दूसरे वॉलेट में ट्रांसफर कर सकता है।
Cryptocurrency के साथ पासवर्ड भी चोरी
बिटडेफेंडर की रिपोर्ट का कहना है कि BHUNT मालवेयर मुख्य रूप से क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट से संबंधित जानकारी चोरी करने पर केंद्रित है मगर यह ब्राउजर में स्टोर आपके पासवर्ड और कुकीज भी चोरी कर सकता है। यह मालवेयर आसानी से आपके सोशल मीडिया, बैंकिंग और दूसरे पासवर्ड चुरा सकता है। साइबर क्रिमिनल द्वारा इस जानकारी का इस्तेमाल आइडेंटिटी टेकओवर के लिए भी किया जा सकता है।
कितना खतरनाक है BHUNT?
Bitdefender का कहना है कि इस मालवेयर को जो चीज खतरनाक बनाती है वह है इसका एन्क्रिप्टेड और डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित सॉफ्टवेयर के रूप में पैक होना। इसकी वजह से यूजर का कंप्यूटर मालवेयर का पता नहीं लगा पाता। सिक्योरिटी फर्म ने कहा:
“हमारे सभी टेलीमेट्री होम यूजर्स से आए हैं जिनके सिस्टम पर क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट सॉफ्टवेयर स्टोर होने की अधिक संभावना है। इस टारगेट ग्रुप की ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर के लिए क्रैक इंस्टॉल करने की अधिक संभावना है, जो हमें संदेह है कि इन्फेक्शन का मेन सोर्स है।”
इस मालवेयर का दुनिया भर में पता चला है और इसके सबसे ज्यादा टारगेट भारत पाए गए हैं। इंडिया के बाद इस मालवेयर के अटैक लिस्ट में ऑस्ट्रेलिया, मिस्र, जर्मनी, इंडोनेशिया, जापान, मलेशिया, नॉर्वे, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन और अमेरिका जैसे देश हैं।
कैसे बचना है इस मालवेयर से
BHUNT से संक्रमित होने से बचने के लिए, सिक्योरिटी फर्म नोट करती है कि उपयोगकर्ताओं को पायरेटेड सॉफ्टवेयर, क्रैक और इल्लीगल प्रोडक्ट्स को डाउनलोड करने से बचना चाहिए।
इसी तरह का केस पिछले साल दिसंबर में देखने को मिला था जब टोरेंट साइटों से ‘Spider-Man: No Way Home’ डाउनलोड करने पर यूजर्स को एक क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग मालवेयर का सामना करना पड़ा।
- Published Date: January 23, 2022 3:23 PM IST
- Updated Date: January 23, 2022 3:24 PM IST
दुनियाभर की लेटेस्ट tech news और reviews के साथ best recharge, पॉप्युलर मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव offers के लिए हमें फेसबुक, ट्विटर पर फॉलो करें। Also follow us on Facebook Messenger for latest updates.
50 हजार रुपये लगाकर कैसे इस शख्स ने खड़ी कर दी 50 करोड़ के रेवेन्यू वाली कंपनी
भारत में अभी भी जहां एक ओर ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को उभरती हुई टेक्नोलॉजी में गिना जाता है वहीं दूसरी ओर एक ऐसे शख्स हैं जिन्होंने 50,000 रुपये का निवेश कर इस टेक्नोलॉजी की बदौलत 50 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमाने वाली कंपनी खड़ी कर दी. जानिए .ये शख्स कौन है, और कैसे उन्होंने ये कंपनी खड़ी की?
Markets&Markets की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ग्लोबल ब्लॉकचेन मार्केट का आकार 68.4% के CAGR (compound annual growth rate) से 2026 तक 67.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. भारत में अभी भी जहां एक ओर ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी को उभरती हुई टेक्नोलॉजी में गिना जाता है वहीं दूसरी ओर एक ऐसे शख्स हैं जिन्होंने 50,000 रुपये का निवेश कर इस टेक्नोलॉजी की बदौलत 50 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमाने वाली कंपनी खड़ी कर दी.
उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले अभिजीत शुक्ला Tarality Ecosystems Pvt. Ltd. और Revolution Games के सीईओ और डायरेक्टर हैं. झांसी के बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से बी.टेक कर चुके अभिजीत को बैंकिंग और फाइनेंस इंडस्ट्री में भी काम करने का अनुभव है. वे बतौर लीड कंप्यूटर साइंटिस्ट कई संवेदनशील और महत्वपूर्ण सरकारी परियोजनाओं पर काम कर चुके हैं — जैसे पंचायत राज मंत्रालय, नेशनल एसेट ऑफ डायरेक्ट्री, GPDP की कार्रवाई, स्वामित्व परियोजना, आदि.
अभिजीत ने बीते साल दिसंबर महीने में Tarality Ecosystems Pvt. Ltd. को इन्कॉर्पोरेट किया. यह एक क्रिप्टो प्लेटफॉर्म है जिसके जरिए टोकन खरीदे और बेचे जा सकते हैं.
Tarality का बिजनेस मॉडल?
Tarality का लक्ष्य निवेशकों के लिए टोकन खरीदना और बेचना आसान बनाना है. प्लेटफ़ॉर्म क्रिप्टोकरेंसी खरीदने, बेचने और ट्रेड करने के लिए विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त अनुपालन मानकों के साथ एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करता है. कंपनी पारदर्शिता और Binance स्मार्ट सीरीज का उपयोग करने में अग्रणी है. वास्तव में, Tarality की Revolution Games इसे आगे ले जाने में सक्षम है. Revolution Games में आप अपनी पसंदीदा टीमों और खिलाड़ियों को एड करना शुरू कर सकते हैं. इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल एक क्रिप्टो माइनिंग प्लेटफॉर्म के रूप में, एक मर्चेंट पेमेंट सिस्टम के रूप में, बिल पेमेंट सिस्टम, डेफी, डेक्स, और एक बैंकिंग सिस्टम के रूप में भी किया जा सकता है.
कैसे काम करती है Tarality
Binance Smart Chain (BSC) स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए सबसे अत्याधुनिक ब्लॉकचेन समाधान है जो कम फीस और क्विक ट्रांजेक्शन को सक्षम बनाता है. इसे उपयोग करने के लिए सरल और सहज बनाया गया है, इसलिए आप कुछ ही समय में अपनी पसंदीदा टीमों और खिलाड़ियों को जोड़ना शुरू कर सकते हैं. यहां, यूजर्स को टोकन के जरिए रिवार्ड दिया जाता है. गेम जीतने पर आपको एक टोकन मिलता है और एडमिनिस्ट्रेटर भी अधिकांश एक्टिव यूजर्स पर कुछ टोकन एयर ड्रॉप करते हैं.
इन्वेस्टमेंट और रेवेन्यू?
अभिजीत शुक्ला बताते हैं, " शुरुआत में हमने 50,000 रुपये का निवेश किया है. कुछ प्रयास करने के बाद हमें बाजार से कुछ सकारात्मक परिणाम मिलते हैं. उसके बाद हमने अपनी कुछ एसेट्स बेची और हमने लगभग 30 - 40 लाख का शुरुआती निवेश किया." कंपनी ने अभी तक कोई फंडिंग नहीं जुटाई है.
रेवेन्यू मॉडल TARAL टोकन है जो प्लेटफ़ॉर्म यूजर्स को मुहैया करता है. यूजर्स टोकन खरीद सकते हैं और उन्हें ट्रेड कर सकते हैं और फिर टोकन को बेच सकते हैं. Tarality के अपने ऐप पर विज्ञापनों के जरिए कमाई करता है. विज्ञापन देखकर यूजर TARAL टोकन भी कमा सकते हैं. Tarality मेटावर्स यूजर्स को NFT (non-fungible token) खरीदने की अनुमति देता है.
रेवेन्यू को लेकर बोलते हुए अभिजीत बताते हैं, "फिलहाल हमने 50 करोड़ का नेट रेवेन्यू हासिल किया है. इस वित्त वर्ष के अंत तक हमें लगभग 100 करोड़ का रेवेन्यू हासिल करने की उम्मीद है."
कंपनी की यूएसपी के बारे में बात करते हुए शुक्ला बताते हैं," TARAL अगली पीढ़ी के क्रिप्टो बैंकिंग जैसे स्टेकिंग, स्वैपिंग, एक्सचेंज, बैंकिंग और इंश्योरेंस के कई मॉड्यूल उपलब्ध कराने में अग्रणी है. वहीं, Revolution Games में कुछ ट्रिक्स भी हैं. यह हमारे खेल-प्रेमी समुदाय के सदस्यों की आवश्यकताओं पर केंद्रित है क्योंकि यह एक स्पोर्ट्स कम्यूनिटी द्वारा विकसित किया गया था. एथलीटों के साथ-साथ, यह खेलों में समूहों और संगठनों पर भी लागू होता है. खेल टीमों के प्रशंसक भी उन टीमों के एनएफटी तक पहुंच सकते हैं, उन्हें मिंट कर सकते हैं, और उन्हें खरीद सकते हैं, बेच सकते हैं. ऐसे करके वे उनसे पैसा कमाना चाहते हैं."
भविष्य की योजनाएं
TARAL का उद्देश्य NFT स्पोर्ट्स की दुनिया में Revolution Games की स्थापना के माध्यम से अपनी जगह बनाना है. Revolution Games का मिशन अपने प्लेटफॉर्म का उपयोग गेम्स के लिए एक इकोसिस्टम बनाना है. यह एक एन्क्रिप्टेड दुनिया में वर्टिकल स्पोर्ट्स इंडस्ट्री के लिए एक सर्विस प्लेटफॉर्म बनाने की भी योजना बना रहा है. Revolution Games का विजन इसे वैश्विक मानदंडों के साथ सुरक्षा और अनुपालन की सेटिंग में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने, बेचने और ट्रेड करने के लिए सही बाज़ार में व्यवस्थित करना है.
1xBit पर क्रिप्टो क्रिसमस उपहार जीतें
यह छुट्टियों का मौसम है! हर कोई आराम कर रहा है और परिवार और दोस्तों के साथ पकड़ बना रहा है। एक लंबे काम के साल के बाद, आप वह सब कुछ करना चाहते हैं जो आपको आनंद और आनंद प्रदान करे। खैर, 1xBit में आपके लिए कुछ है – क्रिसमस टॉयज का एडवेंचर स्लॉट टूर्नामेंट!
क्रिसमस ट्री को रोशन करने और 600 mBTC पुरस्कार राशि का हिस्सा जीतने के लिए कई अन्य खिलाड़ियों के साथ क्यों न जुड़ें? इसे और अधिक रोचक बनाने और कई खिलाड़ियों को जीतने का अवसर प्रदान करने के लिए, 25 खिलाड़ी तक पुरस्कार राशि से जीतेंगे, जिसमें पहला स्थान 130 mBTC जीतेगा।
क्योंकि हां, यह साल का सबसे शानदार समय है, और खिलाड़ी अपने जुनून से लाभ के लिए रिकॉर्ड जीत के हकदार हैं।
आप इस उपहार का हिस्सा कैसे प्राप्त करते हैं?
इस टूर्नामेंट में भाग लेना सुविधाजनक है, क्योंकि 1xBit चाहता है कि सभी को उचित मौका मिले। वर्तमान का एक हिस्सा जीतने के लिए आपको बहुत कुछ करने की भी जरूरत नहीं है।
आपको बस इतना करना है कि किसी भी प्रदाता से स्लॉट खेलें। 1xBit के कई प्रदाता हैं जिनसे आप खेलने का निर्णय ले सकते हैं। यह आपको विकल्पों का एक पूल देता है, जिससे सर्वश्रेष्ठ के लिए जाना आसान हो जाता है।
टूर्नामेंट में अपनी जीत की जगह निर्धारित करने के लिए इन प्रदाताओं से खेलना अंक अर्जित करेगा। यह वह जगह है जहां आपकी गेमिंग रणनीति काम आती है, क्योंकि आपको यह निर्धारित करना है कि कई अंक हासिल करने और अन्य खिलाड़ियों से आगे रहने के लिए कैसे खेलना है।
साबित करें कि आपके पास टूर्नामेंट में शामिल होने और मेंटल लेने के लिए क्या है। इस टूर्नामेंट का उपयोग अपने क्रिसमस की छुट्टी को मज़ेदार बनाने के लिए करें और इस दौरान पुरस्कार जीतें। यह टूर्नामेंट 20 दिसंबर, 2022 से शुरू होगा और 12 जनवरी, 2023 तक चलेगा।
आपके पास टूर्नामेंट से पहले तैयारी करने और विजेताओं में से एक बनने के लिए पर्याप्त समय है।
1xBit: रोमांचक प्रतियोगिताओं का घर
क्रिसमस के दौरान भी 1xBit टूर्नामेंटों का घर है। सभी के लिए हमेशा कुछ न कुछ होता है। 1xBit, सबसे अधिक उत्पाद पेशकशों के साथ अग्रणी स्पोर्ट्सबुक, आपको एक सुखद जुआ अनुभव प्रदान करती है। स्पोर्ट्सबुक अपनी रोमांचक विशेषताओं और उत्पादों के लिए श्रंखला में शीर्ष पर है।
आपके पास लाइव डीलरों और स्लॉट गेम्स की एक विस्तृत श्रृंखला तक पहुंच है। इसलिए, आपको सीमित विकल्पों के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। अगर आपको कोई बेहतर विकल्प मिल जाए तो आप डीलर के साथ खेलने से मना कर सकते हैं। यह क्रिसमस की इस अवधि में आपके पूरे अनुभव को उज्ज्वल करता है। 1xBit वह जगह है जहाँ आप मज़े के लिए खेलते हैं और जीतने के लिए भी खेलते हैं।
हमें लगता है कि आपको 1xBit पर जितने टूर्नामेंट देखने को मिलेंगे उतने कहीं और नहीं मिलेंगे। ऐसा इसलिए है क्योंकि 1xBit खेल के दृश्य और खिलाड़ियों की इच्छाओं पर ध्यान देता है, और हम ऐसे टूर्नामेंट बनाते हैं जो इन विचारों को ध्यान में रखते हैं।
सबसे तेज़ और अग्रणी क्रिप्टो स्पोर्ट्सबुक के रूप में, 1xBit रोमांचक तरीके से खिलाड़ियों के प्रयासों को पुरस्कृत करने के बारे में भावुक है। प्लेटफ़ॉर्म अपने उपयोगकर्ताओं को क्रिप्टो जुआ स्थान को अधिकतम करने के लिए कई लाभ प्रदान करता है।
आप 40 से अधिक समर्थित क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग करके 1xBit पर दांव लगा सकते हैं। यह क्रिप्टो अपनाने से फिएट करेंसी की आवश्यकता समाप्त हो जाती है। यह आपके पसंदीदा खेलों पर दांव लगाने के लिए स्पोर्ट्सबुक में जमा करने से पहले अपनी क्रिप्टोकरेंसी को फिएट मुद्रा में बदलने के तनाव को दूर करता है।
आप शून्य शुल्क के साथ तत्काल भुगतान का भी आनंद उठा सकते हैं। यह आपको प्लेटफ़ॉर्म की शुल्क संरचना पर प्रतिकूल प्रभाव डाले बिना अपनी जीत का आनंद लेने की अनुमति देता है। 1xBit आपको क्षेत्र में नेविगेट करने के लिए आवश्यक युक्तियों के साथ आरंभ करने में मदद करने के लिए क्रिप्टो जुआ पर शैक्षिक ब्लॉग भी प्रदान करता है।
इसके अतिरिक्त, 1xBit उपयोगकर्ताओं को उनके पहले 4 डिपॉजिट के बाद 7 बीटीसी तक का वेलकम बोनस प्रदान करता है। यदि आप इसे या इसका हिस्सा प्राप्त करते हैं, तो यह आपको प्लेटफॉर्म का अनुभव क्रिप्टो कैसे बनाते हैं? क्रिप्टो कैसे बनाते हैं? करने और अपने पसंदीदा गेम खेलने के लिए आवश्यक जम्पस्टार्ट देता है।
अंतिम विचार
खेल अंक अर्जित करने और कुछ पैसे जीतने के लिए छुट्टियों के मौसम को अधिकतम करें। क्रिप्टो में क्रिसमस का अनुभव करने के लिए इस नए टूर्नामेंट का लाभ उठाएं!
कम्पनी के बारे में
1XBIT एक प्रमुख बिटकॉइन स्पोर्ट्सबुक और कैसीनो वेबसाइट है।
1xBit पर क्रिप्टो क्रिसमस प्रेजेंट्स जीतने वाली पोस्ट सबसे पहले CryptoPotato पर दिखाई दी।
RBI गवर्नर ने क्रिप्टो करेंसी को लेकर चेताया, कहा- अगले वित्तीय संकट का कारण बन सकता है
क्रिप्टोकरंसी को डिजिटल मनी के तौर पर इस्तेमाल किए जाने को लेकर आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बड़ा बयान दिया है। दास ने चेतावनी दी है कि यदि इस तरह के सट्टा उपकरणों को बढ़ने दिया जाता है तो अगला वित्तीय संकट निजी क्रिप्टोकरेंसी के साथ शुरू हो सकता है। इसी वजह से उन्होंने बिटकॉइन जैसे टोकन पर भी प्रतिबंध लगाने की बात कही है।
आरबीआई गवर्नर ने कहा बड़ा रिस्क
उन्होंने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी व्यापक आर्थिक और वित्तीय स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण जोखिम पैदा कर सकती है और हम हमेशा इसके बारे में जानते हैं। उन्होंने अपनी बात के समर्थन में पिछले एक साल की घटनाओं का जिक्र किया है. उन्होंने बताया कि कैसे क्रिप्टोकरंसी के कारण एक्सचेंज एफटीएक्स पूरी तरह से क्रैश हो गया। इसे अमेरिका के इतिहास की सबसे बड़ी वित्तीय धोखाधड़ी कहा गया है। ऐसी घटनाएं आसन्न खतरे का संकेत देती हैं।
क्रिप्टोक्यूरेंसी दरें लगातार गिर रही हैं
निजी क्रिप्टोकरेंसी के मूल्यांकन में गिरावट जारी है। क्रिप्टोकरंसी की नेटवर्थ 190 अरब डॉलर से घटकर 140 अरब डॉलर रह गई है। इस पर बोलते हुए दास ने कहा कि इन सभी घटनाओं के बाद मुझे नहीं लगता कि हमें अपने रुख के बारे में कुछ और कहने की जरूरत है।
प्रतिबंध लगाने का आह्वान करें
दास ने अपने बयान में आगे कहा कि क्रिप्टोकरंसी विशुद्ध रूप से सट्टा गतिविधि है। उन्होंने इसे बैन करने की सोची. उनके अनुसार, अगला वित्तीय संकट निजी क्रिप्टोकरेंसी से आएगा।
उन्होंने कहा कि अलग-अलग न्यायालय अपने-अपने खाते में इस पर अलग-अलग रुख अपना रहे हैं, लेकिन आरबीआई उन पर पूर्ण प्रतिबंध के अपने रुख पर कायम रहना चाहता है। दास ऐसे सांकेतिक उपकरणों के घोर विरोधी रहे हैं।
दास ने कहा कि वे सिस्टम को बेहतर और अधिक कुशल बनाना चाहते हैं। उन्हें अभी तक इस बात का कोई विश्वसनीय प्रमाण नहीं मिला है कि इस तरह की निजी क्रिप्टोकरेंसी द्वारा जनता को कितनी अच्छी सेवा दी जाती है।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 749