Expert Column समाचार

Jagran Expert Column फुटबाल में गोल दागना सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। इसके साथ डिफेंस भी जरूरी होता है। ठीक ऐसा ही एक निवेशक को करना चाहिए जिसके बारे में एक्सपर्ट धीरेंद्र कुमार इस लेख में बताने जा रहे हैं।

हाल ही में अमेरिकी एक्सचेंज FTX ने दिवालिया प्रक्रिया के लिए आवेदन किया है। इसने पूरे क्रिप्टो की सच्चाई को सामने ला दिया है। यह ठगी करने वाले लोगों के लिए जल्द पैसा बनाने का एक अच्छा तरीका है और केवल सबसे ज्यादा जालसाजों को .

2020 के मध्य से बाजार में बड़ी संख्या में नए निवेशक आए हैं। बड़ी संख्या नए निवेशक इक्विटी और फ्यूचर्स एवं आप्शंस में अंतर नहीं समझ पाते हैं। ऐसे में हमें इनके मूल मकसद को समझकर ही निवेश करना चाहिए।

चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही या सितंबर तिमाही में सभी बैंकों ने शुद्ध लाभ और फंसे कर्ज (एनपीए) के पैमानों पर शानदार प्रदर्शन किया है। बैंकों को अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है। इसके जरिये ही अर्थव्यवस्था को गतिशील और मजबूत .

बीते करीब छह महीने से भारतीय बाजारों का व्यवहार वैश्विक बाजारों से अलग रहा है। खासतौर पर अमेरिकी बाजारों की तुलना में। अमेरिकी बाजारों से तुलना इसलिए भी सही हैं क्योंकि हमारे ज्यादातर अंतरराष्ट्रीय फंड्स अमेरिका पर फोकस करते .

हाल में अंतरराष्ट्रीय व्यापार को भारतीय मुद्रा यानी रुपये में करने के लिए सरकार ने विदेश व्यापार नीति में बदलाव किया है। अब सभी तरह के पेमेंट बिलिंग और आयात-निर्यात में लेन-देन का निपटारा रुपये में हो सकता है। रुपये के अंत.

पिछली सदी के अंतिम दशक तक विश्व व्यवस्था की दिशा और दशा को तय करने में रक्षा और विदेश नीति की महत्वपूर्ण भूमिका होती थी। परंतु धीरे-धीरे यह परिदृश्य बदलता गया और इसमें आर्थिकी का योगदान भी महत्वपूर्ण होता गया।

अगर आप एक मोबाइल फोन खरीदना चाहते हैं या एक जोड़ी जूते लेना चाहते हैं या एक कार तो अपना फोन निकालिए और आपको उसका सही-सही खर्च तुरंत पता चल जाएगा। मगर यही चीज आप अस्पताल के एपिसोड के साथ नहीं कर सकते।

Mutual Fund में SIP या दूसरे तरीकों से निवेश का मतलब यही है कि बुरे वक्त में निवेश जारी रखा जा सके। स्मार्ट इन्वेस्टर इस बात का अनुमान नहीं लगाते कि मार्केट किस दिशा में जा रहे हैं। वो निवेश का सही जरिया तलाश लेते हैं।

Investment and Saving किसी ने एक बार कहा था कि निराशावादी स्मार्ट लगते हैं और आशावादी पैसे बनाते हैं। क्या आप जानते हैं कि निराशावादी स्मार्ट क्यों लगते हैं क्योंकि उनकी बातें तथ्यों रुझानों आंकड़ों अनुमानों से लदी-फंदी होती .

सीआइसी के अनुसार देश के शहरी क्षेत्रों में ईएमआइ चुकाने वाले आमतौर पर 18 से 35 साल के नौजवान हैं। इन नौजवानों का देश की आर्थिकी को आगे बढ़ाने में व्यापक योगदान है। ऐसे में इन लोगों द्वारा लिए गए लोन पर मासिक किस्तों को बढ़ाते.

आर्थिक विकास में बैंकों का व्यापक योगदान एक बार फिर सामने आया है। परंतु भारत में बैंकों में पांच लाख रुपये तक की जमा राशि ही सरकार द्वारा गारंटीड होती है इससे अधिक रकम का सुरक्षा कवच नहीं है।

Stock Market Investment: क्या कहानियों पर भरोसा करके निवेश करते हैं आप? समझ लें वैल्यू इन्वेस्टिंग के कायदे

एक निवेश के चुनाव का पूरा आकलन और विश्लेषण होने के बाद आपको ये सोचना ही होगा कि जो लागत आप अदा कर रहे हैं वो आगे जा कर मुनाफे में बदलेगी या नहीं। निवेश के दाम पर ही फोकस बनाए रखना वैल्यू इन्वेस्टिंग है।

विश्व आर्थिक मंच के अनुसार दुनिया में लगभग 100 देशों में सरकारी नियंत्रण वाली डिजिटल करेंसी लाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। चीन ने 2023 में ऐसा करने की घोषणा कर रखी है। यूरोप के 27 देशों में डिजिटल करेंसी लाने की योजना पर .

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की घोषणा के अनुसार देश में जल्द ही ई-रुपया लांच किया जा सकता है। ई-रुपी की चर्चा ने कम कीमत वाले मजबुत Top 10 कंपनी के शेयर इस बीच तब जोर पकड़ा जब भारतीय रिजर्व बैंक ने ऐसे संकेत दिए हैं कि वह डिजिटल रुपये के निर्माण-संचालन में ब्लाकचेन.

विडंबना है कि अमीर की आय ज्यादा तेजी से बढ़ रही है और गरीब की आय तुलनात्मक रूप से कम तेजी से बढ़ रही है? इनका जवाब है पब्लिक पालिसी अर्थात लोक नीतियों का खामियों से युक्त होना।

पिछले कुछ समय से अमेरिकी डालर की तुलना में रुपये की कीमत गिरती जा रही है। वैसे इस गिरावट को रोकने के लिए आरबीआइ द्वारा हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। कई संबंधित कारणों से हाल के दिनों में लोगों की क्रय शक्ति कम हुई है।

ऐसे इन्वेस्टर जो मार्केट की स्थितियों को नजरअंदाज कर रिस्क वाली शैली ही हमेशा अपनाए रहते हैं वो शायद ही कभी अच्छा कर पाते हैं। अगर आप तब तक इंतजार करते हैं जब उनकी जरूरत होगी तब बहुत देर हो जाएगी।

आपका वित्तीय सलाहकार उस डाक्टर की तरह होता है जो कई टेस्ट और स्कैन करता है और ऐसी कई बीमारियां ढूंढ-ढूंढ के निकाल देता है जिन्हें अच्छे-खासे इलाज की जरूरत होती है। आपको ऐसा वित्तीय सलाहकार नहीं मिलेगा जो आपसे कहे कि आपके निवे.

RBI News आपको अपने कार्ड के डिटेल की जगह यूनिक कोड सेव करना होगा। एक तरह से देखा जाए तो कार्ड कम कीमत वाले मजबुत Top 10 कंपनी के शेयर टोकनाइजेशन पासवर्ड मैनेजर की तरह का कार्य करेगा जो आनलाइन लेन-देन के दौरान यूनिक कोड जेनरेट करेगा।

शेयर बाजार की टॉप 10 कंपनियों में से 8 का मार्केट कैप 2.61 लाख करोड़ रुपये घटा, रिलायंस को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान

एशिया के सबसे धनी व्यक्ति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के मार्केट कैप में सबसे ज्यादा कमी दर्ज की गई. रिलायंस इंडस्ट्रीज की वैल्यू 79,658.02 करोड़ रुपये घटकर 15,83,118.61 करोड़ रुपये पर पहुंच गई.

शेयर बाजार की टॉप 10 कंपनियों में से 8 का मार्केट कैप 2.61 लाख करोड़ रुपये घटा, रिलायंस को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान

शेयर बाजार में सबसे ज्यादा वैल्यू वाली टॉप दस कंपनियों में से आठ कंपनियों को पिछले सप्ताह मार्केट वैल्यू में संयुक्त रूप से 2,61,812.14 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. एशिया के सबसे धनी व्यक्ति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के मार्केट कैप (बाजार पूंजीकरण) में सबसे ज्यादा कमी दर्ज की गई.

टॉप दस कंपनियों की इस लिस्ट में आईटी सेक्टर की कंपनियों का बोलबाला रहा. आईटी सेक्टर की सिर्फ इंफोसिस और विप्रो ही ऐसी कंपनियां हैं जो पिछले सप्ताह के कारोबार में लाभ में रहे.

रिलायंस इंडस्ट्रीज को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान

पिछले हफ्ते बीएसई सेंसेक्स में 1,774.93 अंक या 3.01 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries Limited) की वैल्यू 79,658.02 करोड़ रुपये घटकर 15,83,118.61 करोड़ रुपये पर पहुंच गई. एचडीएफसी (HDFC) की वैल्यू 34,690.09 करोड़ रुपये घटकर 4,73,922.86 करोड़ रुपये पर पहुंच गई.

बजाज फाइनेंस (Bajaj Finance) का बाजार पूंजीकरण (एम-कैप) 33,152.42 करोड़ रुपये घटकर 4,16,594.78 करोड़ रुपये और एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) का मार्केट कैप 27,298.3 करोड़ रुपये घटकर 8,16,229.89 करोड़ रुपये रह गया.

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को भी हुआ नुकसान

वहीं, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) का मूल्यांकन 24,083.31 करोड़ रुपये घटकर 5,24,052.84 करोड़ रुपये और भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) का मूल्यांकन 24,051.83 करोड़ रुपये घटकर 4,17,448.70 करोड़ कम कीमत वाले मजबुत Top 10 कंपनी के शेयर रुपये रह गया.

आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) का मूल्यांकन 20,623.35 करोड़ रुपये घटकर 5,05,547.14 करोड़ रुपये और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (Tata Consultancy Services) का मूल्यांकन 18,254.82 करोड़ रुपये घटकर 13,26,923.71 करोड़ रुपये रह गया.

फायदे में रही आईटी सेक्टर की इंफोसिस और विप्रो

इन सभी कंपनियों से अलग, कम कीमत वाले मजबुत Top 10 कंपनी के शेयर इंफोसिस (Infosys) का मूल्यांकन 26,515.92 करोड़ रुपये बढ़कर 7,66,123.04 करोड़ रुपये पर पहुंच गया और विप्रो (Wipro) का मूल्यांकन 17,450.39 करोड़ रुपये बढ़कर 3,67,126.39 करोड़ रुपये हो गया.

बताते चलें कि शेयर बाजार में सबसे ज्यादा वैल्यू वाली इन टॉप 10 कंपनियों की रैंकिंग में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड सबसे आगे थी. रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाद टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी, भारतीय स्टेट बैंक, बजाज फाइनेंस और फिर आखिरी में विप्रो थी.

Piramal Pharma के शेयरों में आएगी जोरदार तेजी, तीन गुना होगा स्टॉक, एक्सपर्ट भी हैं बुलिश!

Piramal Pharma Demerger: पीरामल फार्मा (piramal pharma) ने हाल ही में अपनी बिजनेस को रिस्ट्रक्चर किया है. इस समय एक्सपर्ट पीरामल फार्मा (piramal pharma demerger) पर काफी बुलिश हैं और आने वाले कुछ ही सालों में कंपनी के शेयर मार्केट में 600 रुपये के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंचेगा.कम कीमत वाले मजबुत Top 10 कंपनी के शेयर

alt

5

alt

9

alt

5

alt

5

Piramal Pharma के शेयरों में आएगी जोरदार तेजी, तीन गुना होगा स्टॉक, एक्सपर्ट भी हैं बुलिश!

Piramal Pharma News: पीरामल फार्मा (piramal pharma) ने हाल ही में अपनी बिजनेस कम कीमत वाले मजबुत Top 10 कंपनी के शेयर को रिस्ट्रक्चर किया है, जिसके बाद निवेशकों में थोड़ी चिंता दिख रही है. कंपनी के शेयर में पिछले कुछ महीनों में बड़ी गिरावट देखने को मिली है, लेकिन अगर आपका भी पैसा इस स्टॉक में लगा है तो बिल्कुल भी टेंशन लेने की जरूरत नहीं. इस समय एक्सपर्ट पीरामल फार्मा (piramal pharma demerger) पर काफी बुलिश हैं और आने वाले कुछ ही सालों में कंपनी के शेयर मार्केट में 600 रुपये के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंचेगा.

3 गुना से ज्यादा बढ़ेगा शेयर!
पीरामल फार्मा के शेयरों में आने वाले दिनों में जोरदार बढ़त देखने कम कीमत वाले मजबुत Top 10 कंपनी के शेयर कम कीमत वाले मजबुत Top 10 कंपनी के शेयर को मिलेगी. इस समय शेयर का 52 हफ्ते का रिकॉर्ड लेवल 200 रुपये है, लेकिन सिर्फ 3 से 5 साल के अंदर कंपनी के शेयरों की कीमत तीन गुना से भी ज्यादा होने की उम्मीद है.

कंपनी ने हाल ही में अपने बिजनेस को रिस्ट्रक्चर किया है
>> पीरामल एंटरप्राइजेज ने अपने पूरे फार्मा बिजनेस को पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी पीरामल फार्मा लिमिटेड (Piramal Pharma Limited) को ट्रांसफर कर दिया है.
>> कंपनी का फार्मा बिजनेस पीरामल एंटरप्राइजेज (Piramal Enterprises Limited) से पूरी तरह से अलग हो जाएगा और इस बिजनेस को PPL में कंसॉलिडेट करने का प्लान बनाया जा रहा है.
>> इसके अलावा कन्वर्जेंस केमिकल प्राइवेट लिमिटेड (Convergence Chemical Pvt Ltd) और हेमो फार्मास्युटिकल्स प्राइवेट लिमिटेड (Hemmo Pharmaceuticals Pvt Ltd) का पीरामल में विलय किया जाएगा.
>> कंपनी ने कहा है कि इस रिस्ट्रक्चर के बाद में कंपनी का फार्मा स्ट्रक्चर काफी आसान हो जाएगा.

जानें क्या है एक्सपर्ट की राय?
Green Portfolio Smallcase के को-फाउंडर दिवम शर्मा (Divam Sharma) के मुताबिक, कंपनी की इस समय लिस्टेड इकाई में से 20 फीसदी हिस्सा Carlyle के पास, 35 फीसदी हिस्सेदारी मालिक के प्रमोटरों के पास है. कंपनी अपने बिजनेस में डायवर्जन के लिए नई प्लानिंग बना रही है साथ ही निवेशकों के लिए अलग-अलग तरह के ऑप्शन बना रही है.

पीरामल फार्मा पर बुलिश हैं एक्सपर्ट
आपको बता दें दिवम शर्मा ने कहा है कि हम पीरामल फार्मा पर पॉजिटव बने हुए हैं.आने वाले समय में कंपनी में अच्छी ग्रोथ देखने को मिलेगी. विकास सेवाओं की बढ़ती जरूरतों को देखते हुए और डीमर्जर के बाद में एक्सपर्ट पीरामल फार्मा पर काफी बुलिश हैं. इसके साथ ही एक्सपर्ट का मानना है कि अगले 3 से 5 सालों में पीरामल का शेयर 600 रुपये के रिकॉर्ड लेवल पर जा सकता है.

डबल डिजिट में ग्रोथ करेगी कंपनी
पीरामल फार्मा आर्थिक रूप से काफी मजबूत स्थिति में कारोबार कर रही है. इस समय बाजार में कंपनी का शेयर अपने रिकॉर्ड लेवल से काफी नीचे यानी डिस्काउंट पर मिल रहा है. इसके अलावा कंपनी अपने 3 सेगमेंट में आने वाले समय में डबल डिजिट में ग्रोथ करने का अनुमान लगा रही है. कंपनी का कारोबार बढ़ने से शेयरों में भी जोरदार बढ़त देखने को मिलेगी.

>> कंपनी के मुख्य रूप से तीन वर्टिकल हैं - कॉन्ट्रैक्ट डेवलपमेंट मैन्युफैक्चरिंग, कॉम्प्लेक्स हॉस्पिटल्स जेनरिक और कंज्यूमर हेल्थकेयर.
>> इसके अलावा ग्लोबल और घरेलू बाजार में कंपनी के कई प्रोडक्ट लीडरशिप कर रहे हैं.
>> मैनेजमेंट अगले 3 सालों में कंपनी के EBITDA में 25 फीसदी की ग्रोथ की उम्मीद कर रहा है.

रेटिंग: 4.40
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 190