फाइनेंशियल प्लानर ने इस बारे में ‘नहीं’ ही कहा। उन्होंने कहा कि यह जरूरी नहीं है कि म्युचुअल फंड्स में पैसा लगाने के लिए डीमैट अकाउंट जरूरी है। डीमैट अकाउंट खोलना समझदारी है या नहीं, इस पर उनकी राय थी कि यह निवेशक पर और उसकी जरूरत पर निर्भर करता है।
डीमैट अकाउंट क्या होता है ? what is demat account in hindi mrvalu पर आसान शब्दों में
आप सबको पता होगा कि शेयर मार्केट में निवेश की शुरुआत करने का सबसे पहला स्टेप होता है डिमैट अकाउंट खोलना पर Demat account kya hota hai ? what is demat account ये कैसे काम करता है? इसके बारेमे आपको कोई नही बताएगा। इंटरनेट पर तो कई सारे आर्टिकल मिल जायेंगे लेकिन सब आर्टिकल में पूरी जानकारी नहीं दी हुई है और ऐसे शब्दों का उपयोग किया हुआ है जो आपको समझ ही नही आयेंगे। इसीलिए आपको mrvalu पर Demat account kya hota hai ? what is demat account in hindi आर्टिकल आसान शब्दों डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं में बताया है तो आप mrvalu के इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ना।
हम थोड़े पास्ट में चलते है और समझते है की डीमैट अकाउंट की शुरुआत कैसे हुई थी।
लगभग सन 1999 के पहले ऑनलाइन कोई प्रोसेस नही होती थी तब हमे ट्रेडिंग करने के लिए या किसी कंपनी का शेयर खरीदने के लिए स्टॉक एक्सचेंज पर जाना पड़ता था। उस समय में हम किसी शेयर को खरीदते तो हमे स्टॉक एक्सचेंज के डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं और से कागज के रूप में शेयर को दिया जाता था। स्टॉक एक्सचेंज क्या हैं और शेयर की शुरूआत कैसे हुई इसके बारे में ज्यादा जानना चाहते है तो आप " share market kya hai in hindi आसान शब्दों में " इस ब्लू लिंक को क्लिक करके शेयर के बारे में ज्यादा जानकारी ले सकते हो।
Demat account काम कैसे करता डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं है in hindi
डीमैट & ट्रेडिंग अकाउंट काम कैसे करता हैं? हमने नीचे एक इमेज और उसके नीचे नंबर अनुसार बताया है जिससे आपको पूरा समझ समझ आ जायेगा।
उपर इमेज में बताया है stock buy करने के लिए बैंक अकाउंट से ट्रेडिंग अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने पड़ते है और वो पैसे ट्रेडिंग अकाउंट में स्टोर रहते है।
जब कोई डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं ट्रेडर शेयर को buy करेगा तब स्टॉक एक्सचेंज उस buyer के लिए seller सर्च करेगा। उसके बाद स्टॉक एक्सचेंज buyer के ट्रेडिंग अकाउंट से seller के ट्रेडिंग अकाउंट में पैसे को डिपॉजिट करेगा जिसमे 2 दिन का समय लगता है।
जब seller के ट्रेडिंग अकाउंट में पैसे डिपोजिट हो जायेंगे तब seller के डीमैट अकाउंट से शेयर buyer के डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर हो जायेंगे।
शेयर buyer के डीमैट अकाउंट में शेयर ट्रांसफर होने के लिए T+2 दिन का टाइम लगता है क्योंकि buyer के ट्रेडिंग अकाउंट से seller के ट्रेडिंग अकाउंट में पैसे ट्रान्सफर होने का प्रोसेस को पूरा होने के लिए T+2 दिन का समय लगता है
T+2 settlement meaning in hindi शेयर मार्केट में T+2 दिन का settlement टाइम क्यों लगता है?
जब बायर किसी शेयर को खरीदते है तब बायर के ट्रेडिंग अकाउंट में से पैसे बायर के ब्रोकर के अकाउंट में जाते है उसके बाद बायर के ब्रोकर को NSE के द्वारा इनफॉर्म किया जाता है की उसे किस सेलर के ब्रोकर के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने है और उसके बाद बायर का ब्रोकर सेलर के ब्रोकर के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करता है और सेलर डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं का ब्रोकर बायर के अकाउंट में शेयर ट्रांसफर करता है इन प्रोसेस को 2 दिन लगते है इसीलिए जब बायर किसी शेयर को खरीदता है तब उसके अकाउंट में शेयर को आने के लिए T+2 दिन का टाइम लगता है।
T+2 में T का मतलब Trade यानी जिस दिन Trade किया उसके 2 दिन के बाद बायर के डीमैट अकाउंट में शेयर आयेगा और अगर शेयर को सेल किया है तब Trade करने के 2 दिन के बाद डीमैट अकाउंट में पैसे आयेंगे।
जब जब शेयर खरीद कर उस दिन ही बेचते है उसे intraday ट्रेडिंग कहते है intraday ट्रेडिंग में हमारे ट्रेडिंग अकाउंट में पैसे आने के लिए T+2 दिन का समय नही लगता है और अगर हम F&O करते है तब उसमे भी T+2 दिन का समय नही लगता है क्योंकि इसमें मेने ऊपर बताई हुई प्रोसेस नही होती है।
म्युचुअल फंड में पैसा लगाने के लिए डीमैट कितना जरूरी
किसी भी म्युचुअल फंड में पैसा लगाने के पहले डीमैट अकाउंट खोला जाए या नहीं, इसको लेकर बहुत असमंजस की स्थिति रहती है। निवेशक समझ नहीं पाते हैं। डीमैट इक्विटी शेयर के लिए जरूरी है, लेकिन म्युचुअल फंड में यह जरूरी है भी या नहीं और इसे लेने से क्या फायदा है, जानिए इस बार।
समीर म्युचुअल फंड में पहली बार निवेश करने जा रहा है। हालांकि, उसने पढ़ रखा है कि लंबी अवधि के लिए इसमें पैसा लगाने से कुछ मुनाफा हो सकता है। वह पहले प्रयास में एसआईपी शुरू करना चाहता है। उसके मित्रों ने सलाह दी है कि बेहतर है, वह ऐसा निवेश डीमैट अकाउंट खोल कर करे। यह उस बैंक द्वारा भी खोला जा सकता है, जहां पर समीर का सैलरी अकाउंट है। यह उन्हें आसान तरीका भी लगा, जिसमें ढेर सारे कागज नहीं भरे जाएंगे।
चूंकि समीर आईटी सेक्टर डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं में है, वह खुद भी अच्छे म्युचुअल फंड्स देखता रहता है। इसके लिए वह फाइनेंशियल प्लानर की वेबसाइट पर गया। समीर ने प्लानर से ये सवाल पूछे-
जानिए कैसे कर सकते हैं LIC के IPO से मोटी कमाई, बस करना होगा ये काम
नई दिल्ली। 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2021 पेश किया । इसमें उन्होंने भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का आईपीओ (IPO) लाने की घोषणा की । जानकारों के अनुसार, इस साल अक्टूबर के अंत तक LIC का आईपीओ आ सकता है।
डीमैट खाते पहली बार 10 करोड़ के पार, शेयर बाजार में पैसा लगाने वालों की संख्या में तेज इजाफा
देश में डीमैट खातों की संख्या पहली बार अगस्त 2022 में 10 करोड़ के पार पहुंच गई। डिपॉजिटरी फर्म एनएसडीएल और सीडीएसएल के आंकड़ों में यह बात सामने आई है। इसके मुताबिक बीते अगस्त में 22 लाख नए डीमैट खाता खोले गए, जो पिछले चार महीनों का सबसे अधिक है। इसके साथ ही देश में कुल डीमैट खातों की संख्या 10.05 करोड़ पहुंच गई।
विशेषज्ञों का कहना है कि इसमें खुदरा यानी छोटे निवेशकों का योगदान सबसे अधिक है। इसी का परिणाम है कि देश में खुदरा निवेशकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। मार्च 2020 तक देश में कुल 4.09 करोड़ डीमैट खाता थे। महज तीन साल में इनमें ढाई गुना से अधिक का इजाफा हुआ है। डीमैट खाता की संख्या में तेजी इस बात का संकेत है कि देश में शेयर बाजार में पैसा लगाने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
क्या है थ्री इन वन अकाउंट (
ये एक खास अकाउंट है जो आपको एक सिम्पल और पेपरलेस ट्रेडिंग का अनुभव देने के लिए सेविंग अकाउंट, डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट को कंबाइन करता है। आप अपने इस विशेष खाते में अब तीन खातों का लाभ उठा सकते हैं, बचत खाते के साथ डीमैट और ट्रेडिंग का लाभ।
शेयर बाजार में निवेश के लिए एक डीमैट और ट्रेडिंग खाते की आवश्यकता होती है। इस खाते में ई-मार्जिन सुविधा भी मिलती है। 3 इन 1 खाता खोलना काफी फायदेमंद रहेगा। एसबीआई के ग्राहक अब एक ही साथ सेविंग अकाउंट (Savings ACcount), डीमैट अकाउंट (Demat Account) और ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Account) का लाभ उठा सकेंगे।
कौन-कौन से डाक्यूमेंट्स लगेंगे इससे 3 इन 1 अकाउंट को खोलने में?
जब आप 3 इन डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं 1 अकाउंट खोलेंगे तो आपके पास जो डॉक्यूमेंट होनी चाहिए उसका विवरण नीचे दिया गया है-
पैन या फॉर्म 60, फोटो, पासपोर्ट, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर द्वारा जारी पत्र और मनरेगा जॉब कार्ड।
SBI Three In One Account: क्या है इस अकाउंट की विशेषताएं?
इस थ्री इन वन अकाउंट में लोअर मार्जिन के साथ साथ डिलीवरी/स्क्वायर-ऑफ में कंवर्ट का विकल्प भी मिलेगा। इतना ही नहीं अकाउंट में पॉजिशन को कैरी करने का विकल्प और साथ ही मार्जिन नकद/स्टॉक के रूप में होगा।
सबसे पहले आपको जाना होगा एसबीआई सिक्योरिटीज ( SBI Securities) की वेब प्लेटफॉर्म पर जहां पर आपको ट्रेडिंग खाते पर लॉग इन करना होगा। फिर आपको यहां पर आर्डर प्लेसमेंट का menu दिखेगा जहां आप को क्लिक करना है।
आर्डर के समय आपको product type को ई- मार्जिन के रूप में चुनना होगा। अधिक जानकारी के लिए कृपया एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
SBI Three In One Account: क्या है ई मार्जिन?
अगर आप ट्रेडिंग करने जा रहे हैं तो आपको ई-मार्जिन ( e-margin) के बारे में पता होना बहुत जरूरी है। इस सुविधा के अंतर्गत कोई भी व्यक्ति 25% के मार्जिन डीमैट अकाउंट के क्या फायदे हैं के अंतर्गत ट्रेडिंग कर सकता है।
अगर आपको आवश्यक मार्जिन प्राप्त करना है तो वह आपको कैश या कोलेट्रोल का उपयोग करना होगा, इससे आप अपनी पॉजिशन को 30 दिनों तक आगे बढ़ा सकते हैं। ग्राहक फिर से अपने स्टाक को डिलीवरी में कन्वर्ट कर सकता है और एक्सपायर होने से पहले इसे अपने डीमैट खाते पर ट्रांसफर कर सकता है।
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